बकरी एक बहुपयोगी पशु है जिससे बकरी पलकों को दूध, मांस, चमङे आदि की प्राप्ति होती है। ये देश में भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों को भरण पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
बकरियाँ आमतौर पर जंगल झाङी, रास्ते के किनारे और खेत-मैदान मे घूम-फिर कर अपना पेट भरती है। बकरी के कुछ नस्ल ऐसे होते है जिनको गाय की तरह चौबीस घंटा खूँटी से बांधकर अच्छा से अच्छा चारा खिलाने के बावजूद पालना आसान नहीं होता है। लेकिन बारबारी और सिरोही नस्ल की बकरियाँ को बांधकर पाला जा सकता है।
बकरी का दूध डेंगू में फायदेमंद होता है और इससे डेंगू को खत्म करने में काफी मदद मिलती है। डेंगू बीमारी मे बुखार के साथ-साथ शरीर मे प्लेटलेट्स की संख्या काफी कम हो जाती है जिससे डेंगू के मरीजों को इस बीमारी से ठिक होने मे काफी समय लगता है हालांकि इस दौरान बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाता है। बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाने में काफी मदद करता है।