शक्ति स्त्रोत के आधार पर कल्टीवेटर दो प्रकार के होते है। (1.) पशु चालित कल्टीवेटर (2.) ट्रैक्टर चालित कल्टीवेटर ट्रैक्टर चालित कल्टीवेटर मुख्यतः चार प्रकार के होते है। (1.) स्प्रिंग टाइन कल्टीवेटर (spring tyne cultivetor) (2.) रिजिड टाइन कल्टीवेटर (rigid tyne cultivetor) (3.) डक फुट कल्टीवेटर (Duck Foot Cultivator) (4.) बार पॉइंट कल्टीवेटर (Bar Point Cultivator)
इस प्रकार के कल्टीवेटर को ट्रैक्टर की मदद से चलाया जाता है इस कल्टीवेटर का आकार और वजन दोनों पशु चालित कल्टीवेटर से अधिक होता है ट्रैक्टर चालित कल्टीवेटर किसान भाइयों के बीच बहुत लोकप्रिये है। इस यंत्र को ट्रैक्टर के पीछे जोङते है और हाईड्रोलिक के माध्यम से अपनी आवश्यकता और जरूरत के हिसाब से ऊपर और नीचे उठाते और गिरते हुए आवश्यकता के अनुसार खेतो की जुताई करते है।
खेत की अच्छी जुताई के अनेक फायदे होते हैं खेत की अच्छी जुताई से मिट्टी में सुधार होता है और मिट्टी में पानी धारण करने की क्षमता बढ़ती है। खेत में उगे खरपतवार और फसल अवशेष खेत की जुताई से मिट्टी में दबकर सड़ जाते हैं, जिससे मिट्टी में जीवांश की मात्रा बढ़ जाती है। गर्मियों के दिनों मे खेत की जुताई करने से मिट्टी में छिपे हानिकारक कीड़े-मकोड़े, उनके अंडे और लार्वा जुताई के बाद मिट्टी के ऊपर आने से मिट्टी पर सूर्य के प्रकाश के पङने से कीड़े-मकोड़े एवं उनके अंडे और लार्वा नष्ट हो जाते हैं। एवं मिट्टी के भुरभुरी हो जाने से मिट्टी मे वायु का अच्छा संचार होता है।