Polyhouse Farming in hindi
मौसम के प्रतिकूल परिस्थितियों जैसे कि तापमान एवं आद्रर्ता मे भारी अंतर एवं निरंतर वर्षा होने पर किसानों की खेती पर इसका सीधा प्रभाव पङता है लेकिन पॉलीहाउस तकनीक के आ जाने से किसान ऑफ सीजन में भी सब्जियों तथा फूलों की खेती आसानी से कर सकते है. यह तकनीक प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों में एक असरकारक तकनीक सिद्ध हुई है।
अक्सर ऐसा देखा गया है कि किसानों की तैयार फसल किसी प्राकृतिक आपदा जैसे की बेमौसम बारिस के आ जाने से किसानों की तैयार फसल खराब हो जाती है जिससे किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पङता है।
पॉलीहाउस मे किसान सब्जियों का उत्पादन, पुष्प उत्पादन, पौधारोपण आदि की खेती करके अच्छे मुनाफे कमा रहे है इसका मुख्य कारण ये है कि पॉलीहाउस मे सालों भर खेती किया जा सकता है जिससे पॉलीहाउस मे खेती करने वाले किसान जब सब्जी उत्पादन का सीजन नहीं भी होता है तो उस सीजन मे किसान पॉलीहाउस की मदद से सब्जी उत्पादन करके अच्छे मुनाफे कमा रहे है। पॉलीहाउस मे खेती करने पर किसानों को सामान्य उत्पादन की तुलना मे इससे प्रति इकाई क्षेत्रफल मे अधिक उपज की प्राप्ति होती है।
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पॉलीहाउस क्या हैं (Polyhouse kya hai)
पॉलीहाउस (Polyhouse farming in hindi) एक ऐसी तकनीक है जिसमे किसान बेमौसमी फसल उगा सकते हैं इसमे किसानों को मौसम का इंतजार नहीं करना पङता है इस तकनीक को अपनाकर किसान सालों भर सब्जियों का उत्पादन, पुष्प उत्पादन, पौधारोपण आदि की खेती कर सकते है। किसानों को पहले जहाँ बेमौसमी फसल उगाने के लिए एक उचित मौसम का इंतजार करना होता था। लेकिन इस तकनीक के आ जाने से किसान किसी भी मौसम में कोई भी फसल उगा सकते हैं।
पॉलीहाउस लोहे के पाइप और पॉलीथीन से तैयार किया हुआ एक ऐसा घर होता है जिनमे फसलों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जाता है इस पॉलीहाउस मे किसान खेती-बाड़ी से जुङे सभी काम कर सकते है। अनुकूल वातावरण होने के कारण पॉलीहाउस मे उत्पादकता, खुले खेत की अपेक्षा कई गुणा ज्यादा होता है। पॉलीहाउस मे अधिक मूल्य वाली फसलों को लगाना काफी अच्छा होता है क्योंकि अधिक मूल्य होने से किसानों को इससे अधिक मुनाफा कमाने का मौका मिलता है।
पॉलीहाउस मे अधिक मूल्य वाली फसले जैसे कि बेमौसमी सब्जी – टमाटर, शिमला मिर्च, फूलगोभी, चेरी टमाटर, खीरा एवं अनेकों बेमौसमी सब्जियाँ उगाई जाती है। इसके अलावा फूल जैसे कि गुलदावदी, कारनेशन, गुलाब, जिप्सोफिल, आकिर्ड आदि जैसे फूल को उगाकर इससे अच्छे मुनाफे कमाए जा सकते है।
पॉलीहाउस के निर्माण
पॉलीहाउस का निर्माण करते समय किसानों को ऊँची जमीन का चयन करना चाहिए जहाँ पर कि जल जमाव का समस्या न हो तथा जल निकासी का उचित व्यवस्था हो। जहाँ पर पॉलीहाउस बनाया गया हो वहाँ पर आने जाने के लिए रास्ते की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे की पॉलीहाउस से प्राप्त उत्पादों को बाजार तक ले जाने मे कोई परेशानी न हो।
पॉलीहाउस मे फसलों की सिचाई के लिए जल की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे की फसलों की सिचाई मे कोई समस्या न आ पाए। वैसे तो पॉलीहाउस मे फसलों की सिचाई के लिए ड्रिप सिचाई को काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि ड्रिप सिचाई से ना केवल फसलों की सिचाई की जा सकती है बल्कि ड्रिप सिचाई की मदद से समय-समय पर फसलों मे उर्वरक भी डाला जा सकता है।
पॉलीहाउस के प्रकार
लकङी निर्मित पॉलीहाउस
इस पॉलीहाउस को तैयार करने मे ज्यादा लागत की जरूरत नहीं होती है इसे बाँस या लकङी की मदद से तैयार किया जाता है। इस पॉलीहाउस में काफी कम उपकरणों का इस्तेमाल होता है इसमे प्राकृतिक रूप से वातावरण को नियंत्रित किया जाता है। इस तरह के पॉलीहाउस को नेचुरल वेंटिलेटर पॉलीहाउस कहा जाता हैं।
लोहे की पाइप से निर्मित
लकङी निर्मित पॉलीहाउस की तुलना मे लोहे की पाइप से पॉलीहाउस बनाने पर इसमे काफी ज्यादा खर्च आता है। इसमें पॉलीहाउस का सम्पूर्ण ढाँचा लोहा का बना होता है. लोहा से बने इस ढांचे में कई तरह के उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमे तापमान, आर्द्रता आदि को नियंत्रित करने वाले उपकरण लगे होते है। जिससे कि पॉलीहाउस का वातावरण अनुकूल रहता है।
पॉलीहाउस मे खेती करने से होने वाले लाभ
पॉलीहाउस के फायदे (Advantages of Polyhouse)
- इसमे पूरे वर्ष सब्जियों का उत्पादन, पुष्प उत्पादन, पौधारोपण आदि की खेती कर सकते है।
- पॉलीहाउस फसलों को तेज हवा, पानी, अत्यधिक कम या अधिक तापमान, ओला, कोहरा आदि से फसलों की रक्षा करता है जिससे की फसलों की पैदावार अच्छी होती है।
- फसलों मे लगने वाले कीङे-मकोङो एवं रोगों का प्रकोप पॉलीहाउस मे खेती करने पर कम होता है।
- पॉलीहाउस मे किसी भी मौसम मे फलों, सब्जियों एवं फूलों को उगा सकते है।
- इस तकनीक का उपयोग करके अच्छी गुणवत्ता वाली फसलों को आसानी से उगाया जा सकता है। जिनकी बाजार में मांग एवं कीमत दोनों ही अधिक होती हैं।
- पॉलीहाउस तकनीक कम भूमि वाले किसानों के लिए कम भूमि मे अधिक उपज लेकर अच्छी मुनाफा कामने का एक अच्छा जरिया है।
- पॉलीहाउस का निर्माण करने मे खर्च ज्यादा होता है परन्तु बेमौसम सब्जियों को लगाने से बाजार में अच्छे दाम मिलते है जिससे किसानों को इससे कभी लाभ मिलता है।
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पॉलीहाउस पर सब्सिडी (Subsidy on polyhouse)
केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार किसानों को लाभ पहुचाने के लिए समय-समय पर अनेक प्रकार के योजनाओ की शुरुआत करती है जिसका लाभ लेकर किसान खेती-किसानी के कार्यों को और आसानी से कर सकते है। किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए सरकार की तरफ से अनुदान की सुबिधा दी गई है जिसका लाभ लेकर किसान पॉलीहाउस बना सकते है। पॉलीहाउस बनाने मे काफी लागत आती है और पॉलीहाउस को समय-समय पर मरम्मत की भी आवश्यकता होती है लेकिन पॉलीहाउस पर अनुदान मिलने से किसान को पॉलीहाउस बनाने मे तथा इसकी मरम्मत करने मे काफी मदद मिली है।
तो दोस्तों मुझे आशा है कि आपको पॉलीहाउस से जुड़ी जानकारी पसंद आयी होगी इस पोस्ट मे पॉलीहाउस से जुङी अनेक प्रकार की जानकारियाँ दी गई है तथा पॉलीहाउस मे खेती करने के क्या-क्या फायदे है इसके बारे मे जानकारी दी गई.अगर आपको इस पोस्ट से संबंधित कोई भीं सवाल हो तो आप हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते है।
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its very nice article
मुझे पोली हाउस बनाना है कितना खर्चा आएगा फुल फाइनेंस पर बनवाना है