टमाटर (Tomato) एक महत्वपूर्ण फसल है, जिसे काफी प्रसंद किया जाता है. यह हमारे देश मे उगाई जाने वाली सब्जी फसल है जिसे हमारे देश मे सभी जगहों पर उगाया जाता है। टमाटर मे कैल्शियम, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा एवं अम्ल प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है। टमाटर विटामिन A, B और C का अच्छा स्त्रोत है टमाटर का उपयोग सब्जी, सलाद, सॉस, कैचअप एवं इसके आलवा इसका उपयोग व्यवसायिक तौर पर किया जाता है। टमाटर का लाल रंग लाइकोपिन के कारण होता है एवं टमाटर का पीला रंग कैरोटीन के कारण होता है।
टमाटर की खेती किसानों के लिए अतिरिक्त आय का एक बेहतर जरिया है, क्योंकि टमाटर की खेती एक व्यवसाय के रूप में अपना स्थान रखती है। टमाटर की कई ऐसी किस्मे विकशित की गई है जिसमे न ज्यादा कीट का प्रकोप होता हैं और न ही ज्यादा रोग का प्रकोप होता है. इन किस्मों की खेती किसानों के लिए काफी लाभदायक होता है. कीट और रोग न लगने से किसनों को कीट और रोग पर लगने वाला खर्च बच जाता है. इस वजह से किसनों को ज्यादा मुनाफा होता है। टमाटर की कई ऐसी किस्मे है जिसमे अच्छी भंडारण क्षमता है अच्छी भंडारण क्षमता वाली किस्मों को टमाटर की अधिक उत्पादन होने पर इसे भंडारित कर, टमाटर के अनुपलब्धता के समय मे इसे बेचकर अतिरिक्त मुनाफा कमाया जा सकता है।
टमाटर की खेती करने से पहले टमाटर की किस्मों के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. क्योंकि टमाटर की कई ऐसी किस्मे (tamatar ki kisme) है जिनकी अलग-अलग पैदावार और विशेषता होती है। नीचे के सारणी मे टमाटर की कुछ किस्मों के साथ उसकी पैदावार और विशेषता की जानकारी दी गई है तो आइये जानते है कि टमाटर की खेती के लिए कौन-कौन से किस्मे है और इन किस्मों की क्या खासियत है।
टमाटर की किस्म (Tomato varieties)
Pusa Rohini (पूसा रोहिणी) | Kashi Amul (काशी अमूल) |
Pusa Sadabahar (पूसा सदाबहार) | Kashi Adarsh (काशी आदर्श) |
Pusa Hybrid 8 (पूसा हाइब्रिड 8) | Kashi Aman (काशी अमन) |
Pusa Hybrid 4 (पूसा हाइब्रिड 4) | Kashi Abhiman (काशी अभिमन) |
Pusa Uphar (पूसा उपहार) | Kashi Anupam (काशी अनुपम) |
Arka Vishesh (H-391) (अर्का विशेष) | Kashi Vishesh (काशी विशेष) |
Arka Apeksha (अर्का अपेक्षा) | Kashi Hemant (काशी हेमंत) |
Arka Abhed (अर्का अभेद) | Kashi Amrit (काशी अमृत) |
Arka Rakshak (अर्का रक्षक) | Dhanshree (धनश्री) |
Arka Samrat (अर्का सम्राट) | Bhagyashree (भाग्यश्री) |
Arka Ananya (अर्का अनन्या) | Rajashree (राजश्री) |
Arka Meghali (अर्का मेघाली) | Phule Raja (फुले राजा) |
Arka Alok (अर्का अलोक) | Phule Kesari (फुले केसरी) |
Arka Abha (अर्का अभा) | Phule Jayshree (फुले जयश्री) |
Arka Vikas (अर्का विकास) | Hisar Arun (हिसार अरुण) |
Arka Saurabh (अर्का सौरभ) | Hisar Lalima (हिसार लालिमा) |
HS-101 | Hisar Lalit (हिसार ललित) |
HS-102 | Hisar Anmol (हिसार अनमोल) |
HS-110 | Punjab Chhuhara |
CO-1 | Paiyur-1 |
CO-2 | Sonali (सोनाली) |
टमाटर की हाइब्रिड किस्म (Hybrid varieties of tomatoes)
Arka Vishal | Pusa Hybrid -4 |
Arka Vardan | Pusa Hybrid -8 |
Arka Shreshta | Rajashree |
Arka Samrat | COTH-1 |
Arka Rakshak | COTH-2 |
Arka Ananya | COTH-3 |
Arka Abhijit | Pant Hybrid-1 |
Pusa Divya | Pant Hybrid-2 |
Pusa Hybrid -1 | TH-2312 |
Pusa Hybrid -2 | TH-802 |
टमाटर की किस्मों की विशेषताएं और पैदावार (Characteristics and yield of tomato varieties)
Kashi Amul (काशी अमूल) – इस किस्म (tomato ki variety) का फल गोल होता है, इसकी फल की औसत वजन 90 से 115 ग्राम तक की होती है। यह किस्म रोपाई के 80 से 90 दोनों के बाद फल की तोराई के लिए तैयार हो जाता है. बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 400 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है. वहीं यह किस्म प्रति हेक्टेयर 50 से 60 टन तक की पैदावार देती है।
Arka Rakshak (अर्का रक्षक) – यह टमाटर की उच्च उपज देने वाली संकर किस्म है, इसका फल चौकोर से गोल, बङे, गहरे लाल रंग के होते है। इसके फल का वजन 90 से 100 ग्राम तक की होती है यह किस्म फ्रेश मार्केट और प्रसंस्करण के लिए उपयुक्त है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 75 से 80 टन तक की पैदावार देती है।
Arka Samrat (अर्का सम्राट) – यह उच्च उपज वाली एफ 1, संकर किस्म है, इसका फल चपटे गोल, बङे, गहरे लाल रंग के होते है। इसके फल का वजन 90 से 110 ग्राम तक की होती है यह किस्म फ्रेश मार्केट के लिए उपयुक्त है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 80 से 85 टन तक की पैदावार देती है।
Pusa Rohini (पूसा रोहिणी) – इसका फल लाल, गोल, चिकने एवं मध्यम आकार के होते है, इसकी फल की वजन 60 से 70 ग्राम तक की होती है। यह किस्म लंबी दूरी के परिवहन और प्रसंस्करण के लिए उपयुक्त है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर 41 टन तक की पैदावार देती है।
Pusa Sadabahar (पूसा सदाबहार) – इसका फल लाल, गोल एवं छोटे होते है एवं इसके साथ ही इसका फल चिकने और आकर्षक भी होते है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 25 से 35 टन तक की पैदावार देती है।
Pusa Uphar (पूसा उपहार) – इसका फल आकर्षक गोल, मध्यम आकार के होते है, इस किस्म के टमाटर के फल गुच्छे मे फरते है इसके प्रत्येक गुच्छे मे 4 से 6 फल लगते है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 37 टन तक की पैदावार देती है।
Pusa Hybrid 8 (पूसा हाइब्रिड 8) – इसका फल गोल, मध्यम आकार के होते है यह किस्म पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लिए उपयुक्त है इसकी फल की वजन 75 से 80 ग्राम तक की होती है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 43 से 45 टन तक की पैदावार देती है।
Dhanshree (धनश्री) – यह उच्च उपज क्षमता वाली किस्म है, इसका फल मध्यम गोल एवं नारंगी लाल होता है। बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 500 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है. वहीं यह किस्म प्रति हेक्टेयर 45 से 50 टन तक की पैदावार देती है।
Hisar Lalit (हिसार ललित) – यह टमाटर की किस्म चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा विकशित की गई है। इसकी फल की औसत वजन 50 ग्राम तक की होती है। यह किस्म प्रति हेक्टेयर 25 से 30 टन तक की पैदावार देती है।
HS-101- यह किस्म सर्दी के मौसम के लिए उपयुक्त है, इसका फल गोल, छोटे से मध्यम आकार के एवं पकने पर लाल हो जाते है। यह किस्म लीफ कर्ल वायरस के प्रति सहनशील है. इस किस्म की औसत उपज 24 से 26 टन प्रति हेक्टेयर की है।
Arka Apeksha (अर्का अपेक्षा) – यह किस्म सॉस, कैचअप आदि बनाने के लिए उपयुक्त है, इसकी उपज क्षमता 800 से 900 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। इसकी फल की औसत वजन 70 से 80 ग्राम तक की होती है।
Phule Raja (फुले राजा) – यह टमाटर के संकर किस्म है, यह किस्म गर्म और आर्द्र जलवायु के लिए उपयुक्त है। बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 100 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है. वहीं यह किस्म प्रति हेक्टेयर 55 से 60 टन तक की पैदावार देती है।
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