भारत एक कृषि (Agriculture) प्रधान देश है जहाँ कि लगभग 68 प्रतिशत जनसंख्या गाँव मे रहती हैं गाँव की ज्यादातर जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती हैं। गाँव के लोग जीवनयापन के लिए खेती करते है। कुछ लोग नौकरी, रोजगार की तलाश मे शहर की ओर पलायन करते हैं। और वहीं पर नौकरी, मजदूरी या तो फिर कोई व्यवसाय शुरू करते हैं। आज के इस लेख मे कुछ ऐसे व्यवसाय के बारे मे बात करने वाले है जो व्यवसाय कृषि (Agriculture Business) से जुङा है जिसे गांव में आसानी से शुरू कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है। साथ ही कुछ लोगों को रोजगार भी दे सकते हैं।
अगर आप गाँव मे रहते हैं और आपके पास कोई नौकरी, रोजगार नहीं हैं और आप नौकरी की तलाश कर रहे है या तो फिर आप कोई व्यवसाय गाँव मे शुरू करना करना चाहते हैं तो आपके लिए कृषि क्षेत्र से जुड़े कुछ व्यवसाय (top Agriculture Business Idea) की जानकारी इस लेख की मदद से आप तक पहुंचाने की कोशिश की गई हैं जिसे आप गाँव मे शुरू करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
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गांव में शुरू करें कृषि व्यवसाय (Start Agriculture Business in village)
गाँव मे कृषि से जुङे कई ऐसे व्यवसाय (krishi vyavsay) शुरू किए जा सकते है और इन व्यवसाय से अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता हैं। साथ ही कुछ लोगों को रोजगार भी दिया जा सकता हैं। कई लोग ऐसे है जो कृषि के क्षेत्र मे अपना व्यवसाय शुरू कर उसमे सफलता हासिल किए है। आज इस लेख मे कृषि क्षेत्र से जुड़े कुछ व्यवसायों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइये जानते हैं।
खाद, बीज का दुकान (Fertilizer & Seed Shop)
गाँव के ज्यादातर लोग खेती करते हैं और खेती करने के लिए फसलों की बीज से लेकर खाद तक की आवश्यकता किसानों को होती हैं जिसे खरीदने के लिए किसानों को शहरों या तो फिर नजदीकी दुकानों पर जाना पङता हैं अगर गाँव मे ही खाद, बीज का दुकान हो तो किसानों को भी दूर से खेती से संबंधित समान को लाना नहीं पङेगा। इसलिए गाँव मे खाद, बीज का दुकान करना अच्छा मुनाफा वाला बिजनेस हो सकता हैं। साथ ही दुकान मे कीटनाशक, खरपतवारनाशक एवं फसलों को रोगों से बचाने की दवाइयाँ का बिक्री भी अच्छा होता हैं।
गाँव मे शुरू करें डेयरी फार्म (start dairy farm in village)
डेयरी फार्म मध्यम वर्गीय, किसान, युवा, मजदूर एवं महिलाओं आदि के लिए रोजगार एवं आय का अच्छा स्त्रोत हो सकता हैं। क्योंकि डेयरी फ़ार्मिंग मे दूध व्यवसाय के साथ-साथ अतिरिक्त कई चीजों से भी अच्छे मुनाफे कमायें जा सकते है जैसे कि डेयरी फ़ार्मिंग से प्राप्त गोबर, गौमूत्र आदि का प्रयोग करके जैविक खाद एवं जैविक कीटनाशक का निर्माण करके भी मुनाफे कमाए जा सकते है।
डेयरी व्यवसाय एक ऐसा बिजनेस है जिसकी उत्पाद की मांग पूरे साल भर होती हैं क्योंकि दूध एवं दूध से बने उत्पादों की मांग कभी कम नहीं होती हैं दूध का प्रोसेसिंग करके इससे अनेक प्रकार के उत्पाद जैसे कि दूध से दही, घी, मक्खन, पनीर एवं अनेक प्रकार की मिठाइयाँ का निर्माण किया जाता है जिसे शाकाहारी एवं माँसाहारी सभी लोग काफी पसंद करते हैं। इसलिए गाँव मे डेयरी फार्म शुरू करके भी अच्छे पैसे कमाएं जा सकते हैं।
मिट्टी जांच केंद्र (soil testing center)
गाँव मे मिट्टी जांच केंद्र शुरू करना भी रोजगार एवं आय का अच्छा स्त्रोत हो सकता हैं। गांव में मिट्टी के परीक्षण की प्रयोगशाला शुरु करने के लिए सरकार अनुदान भी देती हैं जिससे मिट्टी जांच केंद्र खोलने मे आसानी होती हैं। गाँव मे मिट्टी जाँच केंद्र हो जाने से किसानों को शहरों मे मिट्टी जाँच कराने जाने की जरूरत नहीं होती हैं। वो अपने गाँव मे ही मिट्टी जाँच करा सकते हैं। मिट्टी जाँच कराने से किसानों को ये पता चलता है कि उनकी खेत की मिट्टी मे कौन से पोषक तत्वों की कमी है तथा उन्हे उस खेत मे कौन सी फसल की बुआई करनी चाहिए।
जैविक खाद बनाने का व्यवसाय शुरू करें (start organic fertilizer business)
आप चाहें तो गाँव मे जैविक खाद बनाने की व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं और इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं क्योंकि गाँव मे गोबर सस्ते दामों पर आसानी से उपलब्ध होता हैं आप गोबर से जैविक खाद बनाकर किसानों को जैविक खाद बेच सकते हैं। आज कल सरकार भी जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। जिससे कई किसान जैविक खेती कर रहे हैं किसानों को जैविक खेती करने के लिए जैविक खाद की आवश्यकता होती हैं।
नर्सरी व्यवसाय (Nursery Business)
नर्सरी को भी आय का अच्छा स्त्रोत बनाया जा सकता हैं गाँव मे नर्सरी का व्यवसाय भी अच्छा मुनाफा दे सकता हैं क्योंकि किसानों को सब्जी, फूल आदि की फसलों के लिए पौध बाहर के नर्सरी से मगाना पङता है जिससे किसानों को ज्यादा लगता आती हैं अगर गाँव मे ही नर्सरी हो तो कम लागत मे पौध आसानी से मिल जाएंगे। इस व्यवसाय को गाँव मे कम भूमि एवं कम पैसें लगाकर भी शुरू किया जा सकता हैं।
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अनाज खरीद बिक्री का दुकान (Grain buying and selling shop)
गाँव मे अनाज खरीद बिक्री के दुकान से भी अच्छे पैसे कमाए जा सकते हैं क्योंकि ज्यादातर गाँव के लोग खेती करते हैं और खेती से अनाज उगाते हैं। किसान जीवनयापन के लिए अनाजों की बिक्री करते हैं। किसानों को अपने अनाज बेचने के लिए कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ज्यादातर किसान थक हारकर बिचौलियों को कम दामों पर अनाज बेच देते हैं। जिससे किसानों को आनाज का सही दाम नहीं मिल पाटा हैं ऐसे मे अगर गाँव मे ही अनाज खरीद बिक्री का दुकान खोल दिया जाए और किसानों को अनाज का सही दाम दिया जाए तो किसानों को अनाज बेचने मे कोई परेशानी नहीं होगी और आप इस व्यवसाय से अच्छे पैसें कमा पाएंगे।
गाँव मे शुरू करें ऑर्गेनिक खेती (Start organic farming in the village)
अधिक उपज के चक्कर मे खेती मे कृषि रसायनों का अंधाधुन उपयोग करने की वजह से दिन प्रति दिन मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कम होती जा रही है जो की पर्यावरण के साथ-साथ मनुष्य में भी कई प्रकार के बीमारियों को दावत दे रही है। ऐसे मे जैविक खेती करना पर्यावरण के लिए भी अच्छा हैं। जैविक उत्पादों की मांग हमारे देश मे ही नहीं बल्कि विदेशों मे भी इसकी मांग अच्छी रहती है और रासायनिक उत्पादों की तुलना मे इसकी कीमत भी ज्यादा मिलती हैं। इसलिए गाँव मे ऑर्गेनिक खेती करके भी अच्छे पैसे कमाए जा सकते हैं।
गाँव मे शुरू करें मशरूम उत्पादन व्यवसाय (Start mushroom production business in village)
मशरूम मे स्वाद और पौष्टिक गुणों के साथ-साथ अनेक औषधिय गुण पाए जाते है इसलिए इसकी मांग पूरे साल भर देखने को मिलता हैं। यह खाने मे भी स्वादिष्ट होता है जिसकी वजह से लोग इसे काफी पसंद करते हैं। मशरूम को कम भूमि, कम जल और कम खर्च में आसानी से उगाया जा सकता हैं। मशरूम के उत्पादन के लिए कृषि योग्य भूमि की आवश्यकता नहीं पङती हैं। इसे झोपड़ी या घर के एक कमङे में भी आसानी से उगाया जा सकता हैं।
मशरूम से कई उत्पाद बनाएं जा सकते हैं जैसे कि मशरूम सूप पाउडर, नूडल, पापङ, नगेटस, मशरूम से बना बिस्कुट, कैडिज, मशरूम करी, मुरब्बा, मशरूम चिप्स, मशरूम का आचार, मशरूम केचअप आदि। कई किसान तथा मशरूम उत्पादक मशरूम से बने उत्पाद को बनाकर बाजार मे बिक्री कर रहे है साथ ही मशरूम से बने उत्पाद को ई-कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से भी बिक्री कर अच्छे मुनाफे कमा रहें हैं।
मधुमक्खी पालन व्यवसाय (Beekeeping Business)
मधुमक्खी पालन एक ऐसा घरेलू उधोग है जिसे हर वर्ग के किसान या व्यवशाय करने वाले लोग आसानी से कर सकते है। मधुमक्खी पालन करने का तरीका बिल्कुल ही आसान है। इससे कम लागत और कम समय मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। अगर कोई मधुमक्खी पालन करने की सोच रहा है तो इसके लिए सरकार भी कई तरह की मदद करती है। समय-समय पर किसानों के लिए मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण भी सरकार के माध्यम से कराया जाता है। जिसका लाभ उठाकर मधुमक्खी पालन का व्यवशाय शुरू किया जा सकता है।
अंडा उत्पादन व्यवसाय (Egg Production Business)
अंडे की खपत गांव से लेकर बड़े नगरों तक है. इसको देखते हुए मुर्गी अंडा उत्पादन का व्यवसाय गाँव मे शुरू करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता हैं। क्योंकि अंडा उत्पादन में लागत की अपेक्षा ज्यादा कमाई होती है।
बकरी पालन व्यवसाय (Goat Farming Business)
गाँव मे बकरी पालन करके भी अच्छी आमदनी की जा सकती हैं बकरी पालन की शुरुआत कम पैसों मे भी किया जा सकता हैं। बकरी के लिए आहार की भी अतिरिक्त व्यवस्था नहीं करनी पड़ती है। बकरी जंगल में पड़ों की पत्तियां, जंगल झाङी, रास्ते के किनारे का घास, खेत मैदान मे घूम-घूमकर अपना भोजन करती हैं। बकरी पालन में देखभाल व रखरखाव के लिए भी खर्च बहुत ही कम आता है। बकरी पालन सहज तथा हल्का होने के कारण महिलाये, पुरुष, किसान, युवा एवं उधमी भी बकरी पालन आसानी से कर सकते है।
मछली पालन व्यवसाय (Fish Farming Business)
मछली पालन व्यवसाय से भी अच्छी आमदनी की जा सकती हैं बाजार में मछली के मांस, तेल की बहुत मांग रहती है। मछली पालन व्यवसाय में कम खर्च पर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। पहले के समय मे मछली बाजार मे नदी या समुद्रों से पकङ कर लाया जाता था जो की काफी जोखिम भरा काम था। लेकिन आज के आधुनिक युग मे मछली पालन करने के लिए कई ऐसी तकनीक विकसित हुई है। जिसकी मदद से अब मछली पालन तालाब, बायॉफ्लोक टैंक आदि मे भी किया जा रहा हैं।
हमारे देश की लगभग 60% आबादी मछली खाना पसंद करती है जिसकी वजह से मछली की मांग बाजार मे पूरे साल देखने को मिलता हैं। मछली पालन व्यवसाय में काफी संभावनाएं हैं। सरकार की ओर से भी समय-समय पर कई तरह के योजनाएं चलाई जाती हैं जिसमे मछली पालन व्यवसाय को प्रोत्साहित किया जाता है। साथ ही बैंकों के माध्यम से सरकार मछलीपालकों को भी क्रेडिट कार्ड प्रदान कर रही है। जिसका लाभ लेकर मछलीपालक मछली पालन का कार्य आसानी से कर सकते हैं।
कस्टम हायरिंग केंद्र खोलें (कृषि यंत्र बैंक) Open Custom Hiring Center (Krishi Yantra Bank)
खेती मे किसानों को फसल की बुआई से लेकर फसल की कटाई तक मे कई यंत्रों की जरूरत पङती हैं ऐसे मे गाँव मे कस्टम हायरिंग केंद्र खोलना काफी फायदेमंद हो सकता हैं सरकार भी कस्टम हायरिंग केंद्र खोलने पर यंत्रों की खरीदारी पर सब्सिडी प्रदान करती हैं। खेती मे ट्रैक्टर, पावर टिलर, रोटावेटर, कल्टीवेटर, हैप्पी सीडर, ज़ीरो टीलेज एवं अन्य कृषि यंत्रों की आवश्यता समय-समय पर किसानों होती है ऐसे मे किसान कस्टम हायरिंग केंद्र से कृषि यंत्रों को सस्ते रेट में किराये पर लेकर खेत का कार्य कर सकते हैं।
नोट ➢ किसी भी व्यवसाय को शुरू करने से पहले उसके बारे मे पर्याप्त जानकारी एकत्रित कर ले। व्यवसाय मे आने से पहले प्रशिक्षण ले लेनी चाहिए। ताकि बाद मे कोई समस्या का सामना न करना पङे।
तो मुझे आशा है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा, अगर आपको पसंद आया है तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और उन तक भी इन व्यवसाय (Agriculture Business) के बारे मे जानकारी पहुँचाए।
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