गन्ने (SugarCane) की खेती हमारे देश मे प्राचीन काल से ही होते आ रहा हैं और अभी भी इसकी खेती बङे पैमाने पर की जाती हैं। किसानों को गन्ने की खेती करने मे कई तरह के कार्य करने होते हैं इसकी बुआई से लेकर कटाई तक मे किसानों को काफी मेहनत करनी पङती हैं। अगर गन्ने की बुआई पारंपरिक तरीके से की जाती हैं तो बुआई करने मे ज्यादा समय एवं ज्यादा मजदूरों की आवश्यकता होती हैं। और आजकल दिन प्रतिदिन मजदूरों की कमी एवं उनका बढ़ता मजदूरी से खेती की लागत मे बढ़ोतरी हुई हैं। मजदूरों पे होने वाले खर्चे को नई कृषि यंत्रों की मदद से कम करके खेती की लागत को घटाया जा सकता है।
नवीनतम कृषि यंत्रों एवं तकनीकों के आ जाने से खेती करना आसान हुआ हैं अब जुताई, बुवाई, कटाई, गहाई आदि सभी तरह के कृषि कार्यों में मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसकी वजह से ना सिर्फ खेती के कार्य करने मे आसानी हुई है बल्कि सही समय पर फसलों की बुआई से लेकर कटाई का कार्य आसानी से हो जाता हैं। गन्ना की खेती करने वाले किसानों को खेती करने मे आसानी हो इसके लिए गन्ना रोपाई कृषि यंत्र विकशित की गई है जिसकी मदद से गन्ना की रोपाई कम समय एवं कम लागत मे की जा सकती हैं जिसे शुगर केन प्लांटर (SugarCane Planter) के नाम से जानते हैं।
Page Contents
क्या हैं शुगर केन प्लांटर (SugarCane Planter kya hain)
शुगर केन प्लांटर गन्ने की रोपाई करने का कृषि यंत्र है इस यंत्र के द्वारा गन्ने की बुआई कतारों मे उचित दूरी तथा उचित गहराई पर की जाती हैं।
कैसे करता है रोपाई
शुगर केन प्लांटर को ट्रैक्टर की मदद से चलाया जाता है इसे चलाने के लिए इस यंत्र को ट्रैक्टर के पीछे जोङकर इससे रोपाई का कार्य किया जाता हैं। यह मशीन प्रायः दो से तीन फालों वाली होती हैं इस मशीन मे गन्ने के टुकङे काटने वाली इकाई, उर्वरक इकाई, गन्ने को रखने का ट्रे एवं मशीन पर बैठने का सीट लगा होता हैं। गन्ने की बुआई करने के लिए श्रमिक मशीन पर बैठकर लोहे की ट्रे मे रखे गन्ने को एक-एक उठाकर कटाई यूनिट मे डालते है कटाई यूनिट मे घूमने वाले ब्लेडों से गन्ने के टुकङे होकर नालीनुमा कूँड मे गिरता हैं। नालीनुमा कूँड मे गिरने से पहले गन्ने के टूकङो के साथ-साथ उर्वरक भी गिरता हैं इसी तरह से इस यंत्र से गन्ने की रोपाई की जाती हैं।
शुगर केन प्लांटर से लाभ (SugarCane Planter se labh)
गन्ना रोपाई यंत्र (Ganna Bone Wali Machine) से गन्ना की बुआई करने पर किसानों को कम मेहनत एवं कम समय लगता हैं साथ ही रोपाई के लागत मे कमी आती है। इससे प्रतिदिन करीब 2 से 3 हेक्टेयर खेत मे गन्ने की बुआई की जा सकती हैं वहीं अगर गन्ने की बुआई किसान पारंपरिक तरीकों से करते है तो उन्हे इतने ही क्षेत्र मे बुआई करने मे कई दिन लग जाता हैं। साथ ही किसानों को कई तरह के परेशानियों का सामना करना पङता है जैसे की मजदूर न मिलने के कारण होने वाली परेशानी।
इससे बुआई करने पर सिंचाई करने मे आसानी होती हैं साथ ही निराई-गुराई का कार्य करने मे भी आसानी होती हैं। गन्ने की बुआई कतारों मे उचित दूरी तथा उचित गहराई पर होने से फसल अच्छा होता है जिससे किसानों को अच्छी पैदावार मिलता हैं।
गन्ना रोपाई यंत्र की कीमत (Ganna bone ki machine price)
शुगर केन प्लांटर की कीमत लगभग 35 हजार से 2.5 लाख रुपया तक की होती हैं इसकी कीमत कंपनी, तकनीक, परफॉरमेंस और गुणवत्ता पर निर्भर करती है। शुगर केन प्लांटर कई बङी कंपनियों से लेकर छोटी कंपनियाँ बनाती हैं। इसकी कीमत कूँङ (फाल) पर भी निर्भर करता है कम कूँङ वाली शुगर केन प्लांटर की कीमत कम होती हैं।
यह भी पढे.. ड्रोन के इस्तेमाल से हाईटेक होगी खेती, जानिए खेती मे इसके उपयोग एवं फायदे के बारे मे
शुगर केन प्लांटर पर सब्सिडी (Sugar cane planter Subsidy)
अलग-अलग राज्यों में समय-समय पर शुगर केन प्लांटर पर सरकार सब्सिडी देती है. सब्सिडी की दर राज्य सरकारों की अलग-अलग होती है। किसान सब्सिडी की और अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग के आधिकारियों से भी संपर्क कर सकते है या कृषि विभाग की पोर्टल पर सब्सिडी की जानकारी चेक कर सकते हैं।
होती हैं समय और पैसों की बचत (Saves time and money)
इस मशीन से गन्ना की बुआई करने पर होती हैं समय की बचत साथ ही बुआई के लागत मे भी कमी आती हैं। परंपरागत तरीके से गन्ने की बिजाई करने से प्रति हेक्टेयर करीब 15 से 20 मजदूरों की जरूरत होती है, लेकिन मशीन से रोपाई करने में 2 से 3 मजदूरों से ही काम चल जाता है। जिससे किसानों को ज्यादा मजदूरों की जरूरत नहीं होती हैं और कम पैसे मे फसल की बुआई हो जाती हैं।
इंटर क्रॉपिंग का उठा सकते हैं लाभ (Can take advantage of inter cropping)
इससे बुआई करने पर इंटरक्रापिंग यानी अंतर-वर्ती फसल लेने में भी कठिनाई नहीं होती हैं दरअसल गन्ना एक लम्बे अवधि की फसल है। इसकी उपजों के बीच के समय में इंटर क्रॉपिंग करके दोहरा लाभ कमाया जा सकता हैं। गन्ने के साथ सहफसली खेती करके किसान अपनी आय को दोगुना कर सकते है। गन्ने के साथ अन्तः फसले जैसे लहसुन, प्याज और धनिया आदि की फसल लेने से गन्ने मे हानिकारक कीङो एवं बीमारियों का प्रकोप भी कम देखने को मिलता हैं।
गन्ना रोपाई यंत्र से संबंधित पूछे गए प्रश्न (FAQs)
Q. गन्ने की रोपाई करने की मशीन को क्या कहते हैं? |
गन्ने की रोपाई करने की मशीन को शुगर केन प्लांटर (SugarCane Planter) के नाम से जानते हैं एवं गन्ने के पौध की रोपाई करने की मशीन को शुगर केन ट्रांसप्लांटर (Sugarcane Transplanter) के नाम से जानते हैं। |
Q. गन्ना बोने वाली मशीन की कीमत |
गन्ना बोने वाली मशीन की कीमत लगभग 35 हजार से 2.5 लाख रुपये तक की होती हैं इसकी कीमत कंपनी, तकनीक, परफॉरमेंस और गुणवत्ता पर निर्भर करती है। |
तो मुझे आशा है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा, अगर आपको पसंद आया है तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और उन तक भी गन्ना बोने वाली मशीन (Ganna Bone Wali Machine) के बारे मे जानकारी पहुँचाए।
यह भी पढे..