बदलते समय के साथ खेती-किसानी मे भी कई तरह के बदलाव आए हैं पहले के समय मे खेती बैलों आदि के सहारे होता हैं बैलों से जुताई एवं खेती के कई और कार्य किए जाते हैं। अब तो आज के समय मे खेती के बहुत सारे कार्य मशीन के द्वारा हो जाता हैं चाहे वो खेत की जुताई करनी हो या फसल की बुआई करनी हो। कृषि यंत्रों के सहारे खेती के बुआई से लेकर कताई तक का कार्य पहले के अपेक्षा आसानी से एवं कम समय मे हो जाता हैं। किसानों को खेती से बेहतर उपज प्राप्त हो साथ ही किसानों की आय मे भी वृद्धि हो इसके लिए आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पूरे विश्व भर मे कृषि के क्षेत्र मे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI), नैनोटेक्नोलॉजी और ड्रोन का प्रयोग बहुत ही तेजी से बढ़ रहा हैं। हमारे देश भारत मे भी सरकार कृषि क्षेत्र मे तकनीक के उपयोग को काफी बढ़ावा दे रही हैं। सरकार द्वारा किसानों को नई कृषि यंत्र खरीदने पर सब्सिडी की भी सुबिधा दिया जाता हैं जिसका लाभ लेकर किसान कम पैसे मे कृषि यंत्र की खरीदारी कर सकते हैं। हमारे देश के महराष्ट, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु एवं मध्यप्रदेश आदि राज्यों मे ड्रोन का उपयोग कृषि के कार्यों को करने मे किया जा रहा हैं ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों को खेती करने मे काफी मदद मिल रही हैं। किसान ड्रोन का इस्तेमाल फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण, कीटनाशक, खरपतवारनाशक, रासायनिक उर्वरक एवं दवाओं के छिङकाव मे कर रहे हैं। ड्रोन की मदद से बहुत ही कम समय मे यानि की कुछ ही मिनटों मे खेत के बङे क्षेत्रफल मे आवश्यकता के अनुसार कीटनाशक, खरपतवारनाशक, रासायनिक उर्वरक एवं दवाओं का छिङकाव किया जा सकता हैं। इससे छिङकाव करने से न सिर्फ लागत मे कमी आती हैं बल्कि किसानों की समय की भी बचत होती हैं।
आज के इस लेख मे कृषि ड्रोन की पूरी जानकारी (Agriculture Drone ki jankari) देने की कोशिश की गई हैं। अगर आप भी खेती मे ड्रोन का इस्तेमाल करने का सोच रहे हैं तो ये लेख आपको कृषि ड्रोन (drone farming) से संबंधित जानकारी जुटाने मे मदद कर सकता हैं।
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कृषि ड्रोन क्या हैं (Agriculture Drone kya hain in hindi)
कृषि ड्रोन एक मानव रहित विमान है जिसे दूर से रिमोट, मोबाईल या कम्प्यूटर से नियंत्रित किया जाता हैं। रिमोट, मोबाईल या कम्प्यूटर से ही ड्रोन को कमांड देकर ऊपर, नीचे, आगे एवं पीछे किया जाता हैं। कृषि ड्रोन का इस्तेमाल खेती किसानी मे किया जाता हैं इससे फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण, कीटनाशक, खरपतवारनाशक, रासायनिक उर्वरक एवं दवाओं के छिङकाव किया जाता हैं। कृषि ड्रोन का ज्यादातर इस्तेमाल कृषि के कार्यों के लिए ही किया जाता हैं क्योंकि इसे कृषि के कार्यों को ध्यान मे रखकर ही बनाया जाता हैं। कृषि ड्रोन (Agriculture drone) के अलावा भी कई तरह के ड्रोन होते हैं जिसका इस्तेमाल अलग-अलग कार्यों मे किया जाता हैं।
ड्रोन भी कई प्रकार के होते हैं जैसे की नैनो ड्रोन, माइक्रो या सूक्ष्म ड्रोन, मिनी ड्रोन एवं मैक्रो या बङे ड्रोन। इन सभी ड्रोन की अलग-अलग कार्य एवं विशेषता होती हैं। कुछ ड्रोन को फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी के लिए बनाया जाता हैं जिसे आपलोगों ने शादियों मे फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी करते हुए देखा होगा।
कृषि मे ड्रोन का उपयोग (use of drones in agriculture)
- ड्रोन की मदद से फसल के नुकसान का आकलन किया जा सकता हैं।
- फसलों मे लगने वाले कीटों का प्रबंधन ड्रोन की सहायता से किया जा सकता हैं।
- ड्रोन से खेतों का क्षेत्रफल मापन और उनकी भौगोलिक स्थिति का आकलन किया जा सकता हैं।
- खेती मे ड्रोन के इस्तेमाल से फसलों पर कीटनाशकों का छीङकाव करना किसानों के लिए आसान हो जाता हैं क्योंकि ड्रोन इस कार्य को पारंपरिक तरीकों के तुलना मे बहुत जल्दी एवं अच्छे तरीके से करता हैं।
- ड्रोन के उपयोग से खेत की सिंचाई पर निगरानी रखी जा सकता हैं ड्रोन मे लगे मल्टीस्पेक्ट्रल सेंसेर उन क्षेत्रों की पहचान कर सकता है जो क्षेत्र सूखा हैं इसके उपयोग से किसान खेत के पूरे क्षेत्र मे बेहतर सिंचाई कर सकते हैं।
- ड्रोन का उपयोग फसल स्वास्थ्य की निगरानी करने मे भी किया जाता है।
- इसका उपयोग फसल नुकसान के आकलन मे भी किया जाता हैं इसमे लगे सेंसेर की मदद से किसान पता कर सकते है कि खेत के कौन से भाग मे फसल का ज्यादा नुकसान हुआ हैं। साथ ही खरपतवार, संक्रमण और कीटों से प्रभावित क्षेत्रों का पता लगाने मे भी मदद करता हैं।
- इसके उपयोग से किसान पशुओं पर भी नजर रख सकते हैं।
- ड्रोन में लगे कैमरों एवं सेंसेर की मदद से फसलों की देखरेख की जा सकती है।
- फसल की लंबाई ज्यादा होने से किसानों को निगरानी करना कठिन हो जाता है ऐसे मे ड्रोन फसलों की निगरानी करने मे मदद करता हैं।
ड्रोन से रासायनिक उर्वरकों का छिङकाव (Spraying of chemical fertilizers from drone)
उर्वरक क्षेत्र की विश्व की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) द्वारा विकसित तरल उर्वरक नैनो यूरिया एवं नैनो डी ए पी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) अब बाजार मे आसानी से उपलब्ध हैं। 2021 मे इफको ने नैनो-टेक्नोलॉजी पर आधारित नैनो यूरिया बाजार उपलब्ध कराया। जिसका फसलों पर प्रयोग स्प्रे या फव्वारा विधि से करना है। इसका धान की फसल मे स्प्रे करने मे किसानों को काफी मेहनत और समय लागता हैं जब धान की फसल बङी हो जाती है तो फसल मे स्प्रे करना काफी मुश्किल हो जाता हैं ऐसे मे ड्रोन से स्प्रे करना किसानों के लिए काफी आसान होगा।
तरल उर्वरक नैनो यूरिया एवं नैनो डी ए पी का किसी भी फसल पर ड्रोन से छिंङकाव (agriculture drone spraying) करना काफी आसान हो गया हैं जहां पहले नैपसैक स्प्रेयर से फसलों पर छिंङकाव करने मे पूरा दिन का समय लगता था वहीं अब ड्रोन की मदद से कुछ ही मिनटों मे फसलों पर रासायनिक उर्वरकों का छिङकाव हो जाता हैं।
कृषि ड्रोन की कीमत (agriculture drone price)
कृषि ड्रोन की कीमत की शुरुआत करीब 2.5 लाख से हो जाती है और ये लगभग 10 से 15 लाख तक की होती है। ऐग्रिकल्चर ड्रोन की कीमत कंपनी, तकनीक, परफॉरमेंस और गुणवत्ता पर निर्भर करती है कृषि ड्रोन (Agriculture drone) कई बङी कंपनियों से लेकर छोटी कंपनियाँ बनाती हैं। नीचे मे कुछ ऐग्रिकल्चर ड्रोन के नाम और कीमत दिया गया हैं।
Agriculture Drone Price
नाम | कंपनी | कीमत |
KCI 720p Agricultural drone, Capacity: 10 Liter |
Kovai Classic Industries |
₹ 3.6 Lakh |
Att/Spray Work/Gps Plastic LYNX 16L Agricultural Quad Spraying System |
Lawrence & Mayo India Pvt Ltd |
₹ 5.52 Lakh |
Agricultural Drone 10L Carbon Fiber, Model Name/Number: HExa10L |
Robocraft Impex |
₹ 3.20 Lakh |
Prime UAV 16000mah Battery Set 10L Capacity Agriculture Sprayer Kit & Parts, |
Prime Uav Private Limited |
₹ 3.50 Lakh |
Lithium Battery Metal NEPTUNE DRONE SPRAYER, Capacity: 10 Ltr |
Neptune Fairdeal Products Pvt Ltd |
₹ 7 Lakh |
agriculture drone price
कृषि ड्रोन पर सब्सिडी (Subsidy on Agriculture Drone)
सरकार ने किसानों को ड्रोन खरीदने मे मदद करने के लिए एक योजना की शुरुआत की हैं इस योजना का नाम हैं किसान ड्रोन योजना। इस योजना के द्वारा सरकार विभिन्न वर्गों और क्षेत्रों के नागरिकों को ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी प्रदान करती हैं। सरकार किसान ड्रोन योजना के जरिए किसानों को तकनीकी कृषि से जोङेगी। इस योजना के तहत कृषि कार्यों के लिए खरीदे गए ड्रोन पर अलग-अलग क्षेत्रों और वर्गों के किसानों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
इस योजना (Kisan Drone Yojana) मे एससी, एसटी, छोटे एवं सीमांत, महिलाओं एवं पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों को 50 प्रतिशत या अधिकतम 5 लाख रुपये की सब्सिडी देने का प्राबधान हैं। वहीं देश के अन्य किसानों को 40 प्रतिशत या अधिकतम 4 लाख रुपये तक का एवं किसान उत्पादक संगठनों (FPO) को 75 प्रतिशत तक का सब्सिडी हैं।
कृषि मे ड्रोन से लाभ (Benefits of drones in Agriculture)
कृषि मे ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों को काफी लाभ मिलेगा जहां किसानों को पहले कीटनाशकों का छिङकाव करने मे काफी समय और मेहनत करना पङता था। वहीं ड्रोन से फसलों पर कीटनाशकों का छिङकाव करने मे कम समय मे ज्यादा क्षेत्र मे कीटनाशकों का छीङकाव कर पाएंगे। अन्य तरीकों की तुलना मे ड्रोन से छिङकाव 5 गुना तेज होता हैं। कृषि ड्रोन की सहायता से 1 एकङ भूमि पर 10 से 15 मिनट मे आसानी से कीटनाशकों, दवाओं आदि का छिङकाव किया जा सकता है। जहाँ पहले फसल में अचानक बीमारी आ जाने के कारण स्प्रे करना काफी मुश्किल होता था लेकिन इस ड्रोन तकनीक से एक बार में काफी बड़े क्षेत्र में छिड़काव किया जा सकता हैं। ड्रोन का इस्तेमाल कर किसान लागत में कमी और समय की बचत कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
कृषि ड्रोन से संबंधित पूछे गए प्रश्न (Agriculture drone FAQs)
क्या कृषि ड्रोन पर अनुदान दिया जाता हैं? |
जी हाँ, किसानों को कृषि ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी दी जाती हैं। |
ड्रोन कितनी जल्दी 1 एकड़ जमीन पर कीटनाशकों का छिड़काव करेगा?
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कृषि ड्रोन की सहायता से 1 एकङ भूमि पर 10 से 15 मिनट मे आसानी से कीटनाशकों, दवाओं आदि का छिङकाव किया जा सकता है। |
क्या कृषि ड्रोन से स्प्रे कर सकते हैं?
|
जी हाँ |
ड्रोन क्या है?
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ड्रोन एक मानव रहित विमान है जिसे दूर से रिमोट, मोबाईल या कम्प्यूटर से नियंत्रित किया जा सकता हैं। |
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