अच्छी फसल उत्पादन के लिए फसलों की नर्सरी पूरी तरह से रोग एवं बीमारी से मुक्त होना काफी आवश्यक माना जाता है। कृषि के क्षेत्र में नए-नए अनुसंधान हो रहे हैं, जिसके तहत नई-नई कृषि से संबंधित तकनीकों का अविष्कार किया जा रहा है ऐसा ही एक तकनीक है प्रो ट्रे या प्लग ट्रे मे सब्जी की फसल की नर्सरी तैयार करना।
किसान प्रो ट्रे (Pro Tray) मे सब्जी की फसल की नर्सरी लगाकर उन्नत फसल ले सकते है प्रो ट्रे मे सब्जी की फसल की नर्सरी तैयार करने पर किसानों को काफी लाभ मिलता है। प्रो ट्रे मे तैयार की गई नर्सरी मे रोग और कीट का प्रकोप कम होता है एवं भूजनित रोगों से मुक्ती मिलती है साथ ही बेमौसम पौध तैयार करना संभव हो जाता है। जब किसान पारंपरिक तरीके से सब्जियों की नर्सरी रैज्ड बेड या क्यारियों मे करते है तो बीजों का अंकुरण (Germination) कम होता है साथ ही नर्सरी मे पौध एक जैसा नहीं होता है यानि की कोई पौध छोटा होता है तो कोई पौध बङा होता है। रैज्ड बेड या क्यारियों मे नर्सरी तैयार करने पर किसानों के पास ये भी समस्या आता है कि जब किसान नर्सरी से पौध को प्रत्यारोपण (transplant) के लिए उखारते है तब कुछ की जङ भी टूट जाती है जिससे पौध खराब हो जाता है।
तो आइये जानते है कि प्रो ट्रे मे नर्सरी कैसे तैयार करते है साथ ही ये भी जानते है कि प्रो ट्रे मे नर्सरी तैयार करने के क्या-क्या फायदे है। क्या किसानों को प्रो ट्रे मे नर्सरी तैयार करना चाहिए इस आर्टिकल मे प्रो ट्रे से संबंधित सभी जानकारी दी गई हैं।
Page Contents
प्रो-ट्रे क्या है (Pro Tray kya hai)
प्रो ट्रे प्लास्टिक के पिरामिड, गोला एवं षष्टकोणिय आकार के होते है जिसे विभिन्न प्रकार के फसलों की नर्सरी तैयार करने के लिए उपयोग मे लाया जाता है। प्लास्टिक से बने प्रो ट्रे मे सब्जियों की नर्सरी तैयार की जाती है। प्रो ट्रे मे नर्सरी तैयार करने के लिए विशेष तरह के खाद का मिश्रण डालकर संतुलित पानी और तापमान पर नर्सरी मे पौध को तैयार की जाती हैं।
प्रो ट्रे नर्सरी क्या हैं (Pro Tray Nursery kya hai)
प्लास्टिक की खानेदार ट्रे में नर्सरी तैयार करने की विधि है जिसमे नर्सरी तैयार करने के लिए भूमि की आवश्यकता नहीं होती है यानि की इस विधि से नर्सरी तैयार करने के लिए मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है। जिससे पौधों मे मृदा जनक रोगों के होने का खतरा नहीं रहता है। प्रो ट्रे मे नर्सरी तैयार करने के लिए मृदा रहित माध्यम का प्रयोग किया जाता है जिसमे मुख्यतः तीन अवयव होते हैं। जो कि निम्नलिखित है इन तीनों को नर्सरी को उत्पादन हेतु माध्यम के रूप मे प्रयोग किया जाता हैं।
- कोको पिट (Coco Peat)
- वर्मीकुलाइट (Vermiculite)
- परलाइट (Perlite)
यह माध्यम कोकोपीट, वर्मीकुलाइट एवं परलाइट को 3:1:1 (भार अनुसार) के अनुपात मे मिलाकर प्रो ट्रे मे भरा जाता है।
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अलग-अलग फसलों के लिए प्रो ट्रे का चुनाव
अलग-अलग फसलों की प्रो ट्रे मे नर्सरी तैयार करने के लिए अलग-अलग आकार की प्रो ट्रे की आवश्यकता होती है। टमाटर, बैगन एवं बेल वाली सब्जियों ले लिए 18-20 घन से.मी. आकार के खानेदार ट्रे का प्रयोग किया जाता हैं। जबकि मिर्च, शिमला मिर्च, फूलगोभी वर्ग की सभी फसलें आदि के लिए 8-10 घन से.मी. आकार के खानेदार ट्रे का प्रयोग किया जाता हैं।
प्रो-ट्रे में नर्सरी कैसें तैयार करें (How to Prepare a Nursery in a Pro-Tray)
प्रो-ट्रे मे नर्सरी तैयार करना बिल्कुल आसान है बस कुछ बातों को ध्यान मे रखकर आसानी से प्रो-ट्रे मे नर्सरी तैयार किया जा सकता है तो आइये जानते है कि प्रो-ट्रे मे नर्सरी कैसे तैयार करते हैं।
स्टेप #1
सबसे पहले स्टेप मे कोकोपीट, वर्मीकुलाइट एवं परलाइट को 3:1:1 (भार अनुसार) के अनुपात मे मिलाकर प्रो ट्रे के प्रत्येक खानो मे मिश्रण को भर लेंगे। उसके बाद उंगलियों की मदद से हल्के गड्ढे बनाकर प्रत्येक गड्ढे मे एक-एक बीज की बुआई करें।
स्टेप #2
ट्रे के खानो मे एक-एक बीज की बुआई करने के बाद मे बीज के ऊपर वर्मीकुलाइट की एक परत डाली जाती है। वर्मीकुलाइट की खास बात ये होती है कि वर्मीकुलाईट में नमी को अधिक समय तक बनाए रखने की क्षमता होती है।
स्टेप #3
वर्मीकुलाइट की एक परत डालने के बाद फव्वारे/हजारे की मदद से हल्का पानी देते है।
सब्जियों के बीजों के अंकुरण के लिए 20 से 25 डिग्री सेन्टीग्रेड तापमान उपयुक्त होता है। यदि तापमान अंकुरण के अनुकूल है तो ट्रेज को बाहर ही रखा जा सकता है अन्यथा यदि तापमान कम है तो बीज बुआई के बाद ट्रेज को अंकुरण कक्ष में रखा जाता है। ताकि बीजों का अंकुरण जल्दी से एवं ठिक प्रकार से हो सके।
अंकुरित हुए पौधों को समय-समय पर पानी एवं खाद फव्वारे/हजारे की मदद से दिया जाता है, घुलनशील रासायनिक उर्वरक नर्सरी ग्रेड को पानी के साथ-साथ पौधों को देते है। पौधे की प्रांरभिक अवस्था मे यह रासायनिक उर्वरक 70 पी.पी.एम. तथा बाद मे 140 पी.पी.एम. प्रति सप्ताह की दर से दिया जाता हैं। इस प्रकार पौधे तैयार होने मे 25 से 30 दिनों का समय लगता है। प्रो ट्रे मे तैयार पौधों को माध्यम सहित मुख्य खेत मे रोपाई की जाती है। पौधों को रोपाई करने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सामान्य तापमान होने पर ही पौधों की रोपाई करें अगर तापमान अधिक है तो इस स्थीति मे पौधों की रोपाई का कार्य सांयकाल में किया जाना चाहिए।
प्रो-ट्रे नर्सरी के फायदे
- प्रो ट्रे मे बीज का अंकुरण एवं जमाव अच्छा होता है।
- पौधों को ट्रे से निकालकर मुख्य खेत मे आसानी से लगाया जा सकता है, बिना जङ को नुकसान पहुचाएं हुए।
- पौधों को एक जगह से दूसरी जगह लाने ले जाने मे आसानी होती है।
- मौसम के अनुरूप पौधों को कही भी रखा जा सकता है।
- प्रो ट्रे नर्सरी मे खरपटवारों की समस्या नहीं होती है। और साथ ही रोगों एवं कीटों का खतरा भी नहीं होता है।
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प्रो ट्रे मे नर्सरी तैयार करने में लागत कम आती है और रखरखाव में आसानी होती है।
- प्रो ट्रे नर्सरी मे पौध की बढवार एक समान होती है।
- प्रो ट्रे नर्सरी मे बेमौसमी पौध तैयार करना संभव साथ ही प्रे ट्रे नर्सरी में पौधों की गिनती करने में भी आसानी होती है।
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