हमारे देश भारत मे किचन गार्डनिंग, बैकयार्ड फार्मिंग एवं छत पर बागवानी के प्रति अब लोग जागृत हुए हैं पहले के अपेक्षा अब ज्यादा लोग इसमे रुचि दिखा रहे हैं। सरकार के द्वारा भी कई तरह के योजनाओं के चलने से किचन गार्डनिंग आदि को बढ़ावा मिला हैं। इन सरकारी योजनाओ के तहत लोगों को छत पर बागवानी करने के लिए सब्सिडी भी मुहैया कराया जाता हैं जिसका लाभ लेकर लोग आसानी से घर पर ही अपनी घर की सब्जी की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। टमाटर (Tamatar ) का उपयोग कम या ज्यादा मात्रा मे लगभग सभी प्रकार की सब्जियों को बनाने मे किया जाता हैं जिसकी वजह से इसकी जरूरत पूरे साल भर घर मे होती हैं। पूरे साल भर टमाटर को गमले या घर के पुराने पङे बाल्टी मे उगाया जा सकता हैं।
टमाटर एक महत्वपूर्ण सब्जी है जिसे काफी प्रसंद किया जाता है। टमाटर मे कैल्शियम, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा एवं अम्ल प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है। टमाटर विटामिन A, B और C का अच्छा स्त्रोत है टमाटर का उपयोग सब्जी, सूप, सलाद, सॉस, कैचअप एवं इसके आलवा इसका उपयोग व्यवसायिक तौर पर किया जाता है। टमाटर का लाल रंग लाइकोपिन के कारण होता है एवं टमाटर का पीला रंग कैरोटीन के कारण होता है। हमारे देश के प्रमुख्य टमाटर उत्पादक राज्य बिहार, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, आंध्रप्रदेश, उङीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं पश्चिम बंगाल हैं। इन सभी राज्यों मे टमाटर की बङे स्तर पर खेती की जाती हैं।
आज के इस लेख मे हमलोग जानने वाले हैं कि टमाटर को घर पर आसानी से कैसे उगायें। टमाटर को घर पर आसानी से उगाने के लिए हमे कुछ समानों की आवश्यकता होगी, जो की नजदीक के बाजार मे आसानी से उपलब्ध होगा। तो चलिए अब जानते हैं टमाटर को घर पर आसानी से उगाने के तरीकों के बारे मे।
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आसानी से घर पर उगायें टमाटर (Ghar par tamatar kaise ugaye)
किसी भी सब्जी को घर पर उगाने से पहले उस सब्जी की बीज की आवश्यकता होती हैं उसकी बीज आप अपनी शहर के बीज की दुकान से ले सकते हैं या तो फिर आप ऑनलाइन ऑर्डर करके भी घर मांगा सकते हैं। घर पर सब्जी उगाने के लिए जिसमे सब्जी के पौधे को उगाना हैं उसके लिए गमले या प्लास्टिक के पॉट की आवश्यकता होती हैं ये गमला और पॉट आपको आसानी से बाजार मे या ऑनलाइन मिल जाएगा।
गमला और बीज आ जाने के बाद आपको जरूरत होती हैं मिट्टी की जिसमे बीज की रोपाई की जा सके। आप पौधे के लिए मिट्टी अपने गार्डन की भी ले सकते हैं जो भी मिट्टी आप पौधे को लगाने के लिए ले रहे हैं उस मिट्टी को कुछ दिनों के लिए धूप मे फैलाकर रख दे जिससे की अगर मिट्टी मे कोई रोग आदि हो तो वह खत्म हो जाए। अब आप इस मिट्टी मे चाहे तो कोकोपीट या लकङी का बुरादा मिला सकते हैं। इस मिट्टी मे पौधों के पोषण के लिए 10 प्रतिशत गोबर की खाद या तो फिर आप इसमे वर्मीकाम्पोस्ट मिला सकते हैं। मिट्टी और खाद को अच्छे से मिलाकर गमले मे भर दे।
टमाटर की किस्म (Tamatar ki kisam)
Pusa Rohini (पूसा रोहिणी) | Kashi Amul (काशी अमूल) |
Pusa Sadabahar (पूसा सदाबहार) | Kashi Adarsh (काशी आदर्श) |
Pusa Hybrid 8 (पूसा हाइब्रिड 8) | Kashi Aman (काशी अमन) |
Pusa Hybrid 4 (पूसा हाइब्रिड 4) | Kashi Abhiman (काशी अभिमन) |
Pusa Uphar (पूसा उपहार) | Kashi Anupam (काशी अनुपम) |
Arka Vishesh (H-391) (अर्का विशेष) | Kashi Vishesh (काशी विशेष) |
Arka Apeksha (अर्का अपेक्षा) | Kashi Hemant (काशी हेमंत) |
Arka Abhed (अर्का अभेद) | Kashi Amrit (काशी अमृत) |
Arka Rakshak (अर्का रक्षक) | Dhanshree (धनश्री) |
Arka Samrat (अर्का सम्राट) | Bhagyashree (भाग्यश्री) |
Arka Ananya (अर्का अनन्या) | Rajashree (राजश्री) |
Arka Meghali (अर्का मेघाली) | Phule Raja (फुले राजा) |
Arka Alok (अर्का अलोक) | Phule Kesari (फुले केसरी) |
Arka Abha (अर्का अभा) | Phule Jayshree (फुले जयश्री) |
Arka Vikas (अर्का विकास) | Hisar Arun (हिसार अरुण) |
Arka Saurabh (अर्का सौरभ) | Hisar Lalima (हिसार लालिमा) |
HS-101 | Hisar Lalit (हिसार ललित) |
HS-102 | Hisar Anmol (हिसार अनमोल) |
HS-110 | Punjab Chhuhara |
CO-1 | Paiyur-1 |
CO-2 | Sonali (सोनाली) |
टमाटर की हाइब्रिड किस्म (Tamatar ki hybrid kisam)
Arka Vishal | Pusa Hybrid -4 |
Arka Vardan | Pusa Hybrid -8 |
Arka Shreshta | Rajashree |
Arka Samrat | COTH-1 |
Arka Rakshak | COTH-2 |
Arka Ananya | COTH-3 |
Arka Abhijit | Pant Hybrid-1 |
Pusa Divya | Pant Hybrid-2 |
Pusa Hybrid -1 | TH-2312 |
Pusa Hybrid -2 | TH-802 |
ऊपर के सारणी मे कुछ टमाटर के किस्मों का नाम दिया गया है।
टमाटर के पौध कैसे तैयार करें (How to prepare Tamatar seedlings)
टमाटर के पौध तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले जिस भी किस्म की टमाटर की रोपाई करनी हैं उस किस्म की बीज को एक गमले मे बुआई करके पौध तैयार कर ले। अगर आपके पास टमाटर की बीज नही हैं तो अगर आपके पास पक्का हुआ टमाटर हैं तो उस टमाटर से भी बीज को निकालकर पौध को तैयार कर सकते हैं पक्का हुआ टमाटर को इस तरह से काटे की टमाटर के बीज को नुकसान न पहुचे। टमाटर से निकले बीजों को कुछ समय तक धूप मे सुखाकर इन बीजों को भी बुआई कर सकते हैं।
टमाटर के बीज को एक गमले मे बुआई करके पहले पौध तैयार कर ले। जब गमले मे पौध 2 से 3 सप्ताह का हो जाता हैं तो पौध रोपाई के लिए तैयार हो जाता हैं। इस टमाटर के तैयार पौध को उखारकर दूसरे गमले मे लगा दे और ध्यान रखे की एक गमले मे एक की पौध को लगाए। अगर गमला ज्यादा बङा हैं और आपको लगता हैं की इसमे दो पौधे हो सकते हैं तो उसमे दो पौधे की रोपाई करें। गमले मे एक से ज्यादा पौधों को न लगाए क्योंकि टमाटर का पौधा बढ़ता भी हैं और फैलता भी हैं जिससे एक गमले मे एक से ज्यादा पौधे लगाने पर पौधों को वृद्धि विकाश करने मे परेशानी का सामना करना पङता हैं।
टमाटर के पौध तैयार करने का स्टेप (Steps to prepare Tamatar seedlings)
- सबसे पहले स्टेप मे टमाटर के बीज को गमले के मिट्टी मे बिछाकर बीज के ऊपर से हल्का मिट्टी डाल दे। बीज के ऊपर ज्यादा मिट्टी न डाले क्योंकि ज्यादा मिट्टी डालने से अंकुरण पर प्रभाव पङता हैं।
- बीज की बुआई करने के तुरंत बाद हजारे से हल्की सिंचाई करें।
- बीज की रोपाई की गई गमले को ऐसी जगह रखे जहां हल्की धूप आती हो।
- गमले की नियमित रूप से सिंचाई करते रहे।
- 2 से 3 सप्ताह मे टमाटर का पौध तैयार हो जाएगा फिर इस पौध को ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।
टमाटर उगाने के लिए मिट्टी तैयार करना (Preparing the Soil for Growing Tomatoes)
टमाटर के पौध को आवश्यकता के अनुसार पोषण मिले इसके लिए गमले मे भरे जाने वाले मिट्टी को तैयार करना बहुत आवश्यक माना जाता हैं। टमाटर के पौध को उगाने के लिए आप जिस मिट्टी का उपयोग करने वाले हैं उस मिट्टी मे पोषक तत्वों का होना बहुत जरूरी होता हैं इसलिए जब गमले मे मिट्टी को भरा जाता हैं तो उसमे कोकोपीट या लकङी का बुरादा मिला सकते हैं। इस मिट्टी मे पौधों के पोषण के लिए 10 प्रतिशत गोबर की खाद या तो फिर आप इसमे वर्मीकाम्पोस्ट मिला सकते हैं। मिट्टी और खाद को अच्छे से मिलाकर गमले मे भर दे। उसके बाद टमाटर की पौध की ट्रांसप्लांटिंग करें।
टमाटर के पौध को ट्रांसप्लांट कैसें करें (How to transplant tomato plant)
टमाटर के पौध को ट्रांसप्लांट करना बिल्कुल ही आसान हैं इसे ट्रांसप्लांट करने के लिए जिस गमले मे टमाटर के पौध तैयार किए गए हैं उस गमले मे से टमाटर के पौध को सावधानीपूर्वक उखाड़कर जिस गमले मे टमाटर को उगाना हैं उस गमले मे रोपाई कर दें। पौध के रोपाई करने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई अवश्य करें जिससे की पौध को लगने मे आसानी हो। संभव हो तो पौध की रोपाई करने के लिए शाम के समय का चयन करें। पौध की रोपाई करते समय इस बात का ध्यान रखे कि वैसे पौधे को न लगाया जाए जो कि पहले से ही रोगों से ग्रसित हो और जो पौधा शुरू मे ही रोपाई के समय या रोपाई के कुछ दिन बाद मर जाए या सुख जाए तो वैसे पौधों के जगह पर नई पौधों का रोपाई करें।
टमाटर की पौधों की सिंचाई (Irrigation of tomato plants)
रोपाई की गई टमाटर की पौधों को आवश्यकता पङने पर समय-समय पर हजारे से सिंचाई करते रहे और इस बात का ध्यान दे की जब गमले मे नमी हो तो उसमे सिंचाई न करें।
कैसें करे देखभाल (How to grow tomatoes in pots)
- नियमित तौर पर पौधों की सिंचाई करते रहे।
- गमले मे कोई खरपतवार उग गए हो तो उसे निकाल दे।
- रोपाई के एक महीने बाद गुङाई करके गमले मे गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट या घर मे तैयार किया गया खाद गमले मे डाल दे जिससे की पौधों को पोषक तत्व मिल सके।
- 18 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान टमाटर के लिए उपयुक्त माना जाता हैं, न तो टमाटर का पौध ज्यादा गर्मी सहन कर पाता हैं और नाही ज्यादा ठंडी क्योंकि ज्यादा गर्मी से इसकी फलों के रंग एवं स्वाद पर प्रतिकूल प्रभाव पङता हैं और ठंडी के दिनों मे इसकी फसल पाला सहन नही कर पाती हैं।
- टमाटर के पौधे के जो पत्ते सुख गए हो या जिनमे कोई रोग हो गया हो उस पत्ते को पेङ से तोङकर हटा दें।
- टमाटर के पौध के रोपाई के लगभग एक महीने के बाद पौध मे फूल आने शुरू हो जाते हैं और यही फूल फिर फल मे बदल जायेगे। फल जब पक जायेगें तो टमाटर लाल (lal tamatar) दिखाई देने लग जाएगा। तब आप टमाटर को तोङकर खा सकते हैं।
- जब टमाटर के पौधे बङे हो जायेगें और इनमे फल लगने लगेगा तो आपको टमाटर के पौधे को सहारा देने के लिए गमले मे एक डंडा डालकर पौधे को बांध देना हैं जिससे जब पौधे मे ज्यादा टमाटर हो जाए तो पौधा भार से न गिरे।
- एक बार टमाटर के पौध जब फल देने लग जाता हैं तो वह एक से दो महीने तक लगातार फल देता हैं। अगर सही से सिंचाई और पोषक तत्व पौधे को मिलते रहे तो वह 2 महीने से भी अधिक फल दे सकता हैं।
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टमाटर से संबंधित पूछे गए प्रश्न (FAQs)
क्या टमाटर में बीज होते हैं?
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जी हाँ, टमाटर मे बीज होते हैं। |
बिना बीज के घर पर टमाटर कैसे उगाएं? |
बिना बीज के घर पर टमाटर नही उग सकता हैं वैसे अगर आप टमाटर के पौध नर्सरी से खरीद के लाए और उस पौध को लगाए तो बिना बीज के घर पर टमाटर उग सकता हैं। |
आप छत के बगीचे में टमाटर कैसे उगाते हैं?
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छत के बगीचे मे टमाटर को उगाने के लिए टमाटर के पौध को गमले मे लगाकर उगाया जा सकता हैं। |
गमले में टमाटर के बीज कैसे लगाएं?
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गमले मे टमाटर के बीज को लगाने के लिए सबसे पहले आपको गमले मे जितना मिट्टी लेना हैं उतना ले ले। उसके बाद टमाटर के बीज को अंगुली से पकङकर मिट्टी के अंदर डाल दे। बीज को ज्यादा मिट्टी के गहराई मे न डाले। |
तो मुझे आशा है कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा, अगर आपको पसंद आया है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। और उन तक भी टमाटर को घर पर कैसे उगाये इसके बारे मे जानकारी पहुँचाए।
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