भारत के प्रमुख नगदी फसलों मे से एक हैं गन्ना। गन्ना की खेती कुछ राज्यों को छोङकर लगभग देश के सभी राज्यों मे किया जाता हैं। इसकी खेती हमारे देश मे प्राचीन काल से ही होते आ रहा हैं और अभी भी इसकी खेती बङे पैमाने पर की जाती हैं। गन्ने से गन्ना का जूस, गुङ और शक्कर आदि बनाया जाता हैं। गन्ना का जूस, गुङ और शक्कर आदि का मांग बाजारों मे खूब होता हैं गर्मियों के दिनों मे गन्ना के जूस का मांग बाजार मे काफी बढ़ जाता हैं क्योंकि गन्ना के जूस का सेवन गर्मियों के दिनों मे करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता हैं। मुख्य रूप से गन्ना द्वारा चीनी एवं गुङ बनाया जाता हैं।
हमारे देश मे गन्ना की खेती (SugarCane Variety) व्यवसायिक तौर पर भी की जा रही हैं कई किसान ऐसे है जो गन्ना की व्यवसायिक खेती करके अच्छे मुनाफे कमा रहे हैं। इसकी खेती से कम लागत मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता हैं। हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने गन्ना के कई ऐसे किस्में विकसित किए हैं जिनकी उपज क्षमता तो अच्छी हैं ही साथ यह किस्में कई रोगों एवं कीट-पतंगों का प्रतिरोधी भी हैं। गन्ना की खेती करने के लिए ऐसी किस्मों को काफी अच्छा माना जाता हैं जो उपज मे अच्छी और वो रोग प्रतिरोधी भी हो।
गन्ना की खेती करने से पहले गन्ना की किस्मों (Ganna ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. क्योंकि गन्ना की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैदावार और विशेषता होती है। गन्ना की उन्नत किस्मों का चुनाव क्षेत्रीय अनुकूलता और बीजाई के समय को ध्यान में रखकर किसानों को करना चाहिए, ताकि इनकी उत्पादन क्षमता का लाभ लिया जा सके। अगर किसान गन्ना की सही किस्मों का चुनाव करें तो उन्हें अच्छी पैदावार (Best Sugarcane Variety) के साथ अच्छा मुनाफ़ा हो सकता है। नीचे के सारणी मे गन्ना की कुछ किस्मों के साथ उसकी पैदावार और विशेषता की जानकारी दी गई है तो आइये विस्तार से जानते है कि गन्ना की खेती के लिए कौन-कौन से किस्मे है और इन किस्मों की क्या खासियत है।
Page Contents
गन्ना की किस्म (Ganna ki kism)
को. 98014 (Co. 98014) | को. 0118 (Co. 0118) |
को. 0238 (Co. 0238) | को. 0124 (Co. 0124) |
को. 0239 (Co. 0239) | को. 0237 (Co. 0237) |
को. 05011 (Co.05011) | सी ओ एच 119 |
सी ओ जे 64 | सी ओ 1148 |
सी ओ एच 56 | सी ओ एस 767 |
सी ओ एच 92 | सी ओ एच 110 |
सी ओ 7717 | यू.पी 9530 (U.P 9530) |
सी ओ एच 99 | कोयम्बटूर सेलेक्शन 96236 (Coimbatore Selection 96236) |
सी ओ एस 8436 | कोयम्बटूर सेलेक्शन 767 (Coimbatore Selection 767) |
कोयम्बटूर सेलेक्शन 88216 (Coimbatore Selection 88216) | कोयम्बटूर सेलेक्शन 92423 (Coimbatore Selection 92423) |
कोयम्बटूर सेलेक्शन 94275 (Coimbatore Selection 94275) | कोयम्बटूर सेलेक्शन 95422 (Coimbatore Selection 95422) |
कोयम्बटूर सेलेक्शन 95255 (Coimbatore Selection 95255) | कोयम्बटूर सेलेक्शन 96436 (Coimbatore Selection 96436) |
कोयम्बटूर सेलेक्शन 92263 (Coimbatore Selection 92263) | यू पी 39 (U.P 39) |
को. पंत 3220 (Co. Pant 3220) | को. पंत 99214 (Co. Pant 99214) |
को. पू 9301 (Co. poo 9301) | बी.ओ 130 (B.O 130) |
बी.ओ 139 (B.O 139) | बी.ओ 145 (B.O 145) |
बी.ओ 153 (B.O 153) | को. पू 112 (Co. poo 112) |
को. लख. 94184 | बी.ओ 91 (B.O 91) |
बी.ओ 137 (B.O 137) | बी.ओ 110 (B.O 110) |
बी.ओ 136 (B.O 136) | बी.ओ 141 (B.O 141) |
बी.ओ 146 (B.O 146) | बी.ओ 154 (B.O 154) |
बी.ओ 128 (B.O 128) | सी ओ एस 510 |
सीओ 6304 | सीओ 62175 |
सीओएस 94270 | सीओएसई 92423 |
सीओ एस 1230 | सीओएसई 95422 |
गन्ना की किस्मों की विशेषताएं और पैदावार (Characteristics and yields of sugarcane varieties)
गन्ना की किस्म (Ganna ki veriety)
को. 05011 (Co.05011)
➢ यह गन्ना की अगेती किस्म हैं इसके गन्ने मध्यम लंबे, माध्यम मोटाई के हरापन लिए पीले रंग का होता हैं यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। यह किस्म हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी एवं केन्द्रीय उत्तर प्रदेश मे खेती करने के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म (Sugarcane Variety) की गन्ना की पैदावार 82 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
को. 0237 (Co. 0237)
➢ को. 0237 गन्ना की अगेती किस्म हैं इसके गन्ने लंबे, माध्यम मोटाई के पीले रंग का होता हैं यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। यह किस्म हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी एवं केन्द्रीय उत्तर प्रदेश मे खेती करने के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म की गन्ना की पैदावार 71 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म के गन्ने का गुङ हल्के पीले रंग का होता हैं।
को. 0239 (Co. 0239)
➢ को. 0239 गन्ना की अगेती किस्म हैं इसके गन्ने लंबे, मध्यम मोटाई के हरापन लिए बैगनी रंग का होता हैं यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। यह किस्म हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी एवं केन्द्रीय उत्तर प्रदेश मे खेती करने के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म की गन्ना की पैदावार 79 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म के गन्ने का गुङ हल्के पीले रंग का होता हैं।
सी ओ एच 110
➢ यह गन्ना की पछेती पककर तैयार होने वाली किस्म हैं इसका गन्ना मोटा, लंबा एवं वजनदार होता हैं यह गन्ना की किस्म बहुत तेजी से बढ़ता हैं। यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। इस किस्म की गन्ना की पैदावार 32 टन प्रति एकङ की हैं। यह किस्म कम उपजाऊ भूमि तथा कम पानी वाले क्षेत्रों मे भी अच्छी उपज देने की क्षमता रखती हैं।
सी ओ एस 767
➢ यह गन्ना की किस्म कीङो एवं बीमारियों के प्रति प्रतिरोधी हैं यह किस्म दिसंबर के महीने मे पकती हैं इस किस्म की औसत उपज 30 टन प्रति एकङ की हैं।
सी ओ 1148
➢ यह गन्ना की किस्म (Sugarcane Variety) पछेती पिराई के लिए अच्छी किस्म हैं यह धीरे बढ़ने वाली किस्म हैं। यह किस्म पाले को सहन कर लेती हैं लेकिन तना बेधक एवं लाल सङन के प्रति संवेदनशील हैं। इस किस्म की औसत उपज 32 टन प्रति एकङ की हैं। यह जनवरी के अंतिम सप्ताह मे पक कर तैयार होती हैं।
सी ओ एच 119
➢ यह मध्यम मोटाई वाली एवं वजन मे भारी वाली गन्ने की किस्म हैं यह गन्ने की किस्म लाल सङन रोधक हैं। इस किस्म की औसत उपज 32 टन प्रति एकङ की हैं।
सी ओ 7717
➢ यह गन्ने की अगेती किस्म हैं यह लाल सङन एवं घसैला रोग के लिए संवेदनशील हैं इस किस्म का गुङ अच्छा होता हैं यह न गिरने वाली एवं सीधी बढ़ने वाली किस्म हैं जो नवम्बर माह के अंत मे पककर तैयार हो जाती हैं। इस किस्म की औसत उपज 35 टन प्रति एकङ की हैं।
सी ओ एच 8436
➢ यह गन्ने की पछेती बुआई के लिए उपयुक्त गन्ने की किस्म नही हैं यह मध्यम पकने वाली किस्म हैं यह गन्ना की कम बढ़वार वाली किस्म हैं इसका गन्ना मोटा होता हैं। इस किस्म की औसत उपज 28 टन प्रति एकङ की हैं।
सी ओ जे 64
➢ यह गन्ने की अगेती पकने वाली किस्म हैं इसकी औसत उपज 20 टन प्रति एकङ की हैं। यह लाल सङन रोग के प्रति संवेदनशील हैं इसकी फसल सूखे से अधिक प्रभावित होती हैं।
बी.ओ 91 (B.O 91)
➢ यह गन्ने की मध्यम अवधि वाली किस्म हैं यह किस्म लाल सङन रोग तथा कडुवा रोग प्रतिरोधी हैं इस किस्म का जमाव अच्छा होता हैं। इस किस्म की गन्ना की औसत पैदावार 72 से 76 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
बी.ओ 128 (B.O 128)
➢ इस गन्ने की किस्म को प्रमोद के नाम से भी जानते हैं इस किस्म की बुआई का समय फरवरी से मार्च माह का हैं यह किस्म जलजमाव तथा क्षारीय मृदा के प्रति सहिष्णु हैं। इस किस्म की गन्ना की औसत पैदावार 68 से 69 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। यह किस्म लाल सङन, स्मट के प्रति अवरोधी हैं।
सीओ एस 1230
➢ इस गन्ने की किस्म (Sugarcane Variety) की बुआई का समय फरवरी से मार्च माह की हैं इस किस्म को रसीली के नाम से भी जानते हैं। इस किस्म के रस मे शक्कर की मात्रा 18.8% होती हैं। इस किस्म की गन्ना की औसत पैदावार 67 से 68 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
को. 0238 (Co. 0238)
➢ यह गन्ने की अगेती किस्म हैं इस किस्म के गन्ने लंबे एवं मध्यम मोटाई के होते हैं। यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। यह किस्म हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी एवं केन्द्रीय उत्तर प्रदेश मे खेती करने के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म की गन्ना की पैदावार 81 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म के गन्ने का गुङ भूरे रंग का होता हैं।
को. 98014 (Co. 98014)
➢ यह गन्ने की अगेती किस्म हैं इस किस्म के गन्ने लंबे एवं मध्यम पतले होते हैं। यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। यह किस्म हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी एवं केन्द्रीय उत्तर प्रदेश मे खेती करने के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म की गन्ना की पैदावार 76 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म के गन्ने का गुङ भूरे रंग का होता हैं। इस किस्म के गन्ने का छिलका सख्त होता हैं।
को. 0118 (Co. 0118)
➢ यह गन्ने की अगेती किस्म हैं इस किस्म के गन्ने लंबे एवं मध्यम मोटाई के होते हैं। यह किस्म लाल सङन रोग प्रतिरोधी हैं। यह किस्म हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, पश्चिमी एवं केन्द्रीय उत्तर प्रदेश मे खेती करने के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म की गन्ना की पैदावार 78 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म के गन्ने का गुङ हल्का पीले रंग का होता हैं।
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