मूंगफली जिसमे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता हैं। मूंगफली के कई तरह के उत्पाद बनाए जाते हैं जिसमे से कुछ मूंगफली के उत्पाद काफी प्रसिद्ध हैं। हमारे देश भारत मे मूंगफली को सरसों के तेल मे फ्राइ करके भी लोग खूब खाना पसंद करते हैं। मूंगफली के दाने से लेकर इसके तेल का मांग बाजार मे पूरे साल भर देखने को मिलता हैं। बाजार मे मूंगफली की मांग अच्छी होने से एवं इसका अच्छा कीमत मिलने से कई किसान अब मूंगफली की खेती बङे क्षेत्र पर कर रहे हैं और इसकी खेती से अच्छी आमदनी कमा रहे हैं।
हमारे देश मे मूंगफली की खेती (Groundnut Varieties) व्यवसायिक तौर पर भी की जा रही हैं कई किसान ऐसे है जो मूंगफली की व्यवसायिक खेती करके अच्छे मुनाफे कमा रहे हैं। इसकी खेती से कम लागत मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता हैं। हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने मूंगफली के कई ऐसे किस्में विकसित किए हैं जिनकी उपज क्षमता तो अच्छी हैं ही साथ यह किस्में कई रोगों एवं कीट-पतंगों का प्रतिरोधी भी हैं। मूंगफली की खेती करने के लिए ऐसी किस्मों को काफी अच्छा माना जाता हैं जो उपज मे अच्छी और वो रोग प्रतिरोधी भी हो।
मूंगफली की खेती करने से पहले मूंगफली की किस्मों (Groundnut Varieties) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. क्योंकि मूंगफली की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैदावार और विशेषता होती है। मूंगफली की उन्नत किस्मों का चुनाव क्षेत्रीय अनुकूलता और बीजाई के समय को ध्यान में रखकर किसानों को करना चाहिए, ताकि इनकी उत्पादन क्षमता का लाभ लिया जा सके। अगर किसान मूंगफली की सही किस्मों का चुनाव करें तो उन्हें अच्छी पैदावार (high yield groundnut variety) के साथ अच्छा मुनाफ़ा हो सकता है। नीचे के सारणी मे मूंगफली की कुछ किस्मों के साथ उसकी पैदावार और विशेषता की जानकारी दी गई है तो आइये विस्तार से जानते है कि मूंगफली की खेती के लिए कौन-कौन से किस्मे है और इन किस्मों की क्या खासियत है।
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मूंगफली की किस्म (Mungfali ki kism)
भारत मे मूंगफली की दो (types of groundnut) प्रजातियाँ उगाई जाती हैं एक तो गुच्छेदार मूंगफली की प्रजाति हैं और दूसरी फैलने वाली मूंगफली की प्रजातियाँ उगाई जाती हैं।
जी.जी 2 (G.G 2) | टी.जी 37ए (T.G 37 A) |
एच.एन.जी 10 (H.N.G 10) | एच.एन.जी 69 (H.N.G 69) |
प्रकाश (Prakash) | आर.एस.वी 87 (R.S.V 87) |
जी.जी 7 (G.G 7) | आर.जी 141 (R.G 141) |
जे.एल 24 (J.L 24) | एच.एन.जी 10 (H.N.G 10) |
एम 13 (M 13) | ए.के 12-14 (A.K 12-14) |
गिरनार 2 (Girnar 2) | स्पेनिश (Spanish) |
टी.बी.जी 39 (T.B.G 39) | के 6 (K 6) (कादिरी) |
आर.जी 382 (R.G 382) | बिरसा मूंगफली 2 (Birsa Mungfali 2) |
आर.जी 425 (R.G 425) | बिरसा मूंगफली 3 (Birsa Mungfali 3) |
बिरसा बोल्ड 1 (Birsa Bold 1) | मल्लिका (Mallika) |
धरनी (Dharni) | आई.सी.जी.भी 350 (I.C.G.V 350) |
चंद्रा (chandra) | एच.एन.जी 123 (H.N.G 123) |
मूंगफली की किस्मों की विशेषताएं और पैदावार (Features and yields of Groundnut varieties)
Top 10+ Varieties of Groundnut
टी.जी 37 ए (T.G 37 A)
➢ यह मूंगफली की जल्दी पकने वाली किस्म हैं यह किस्म 105 से 110 दिन मे पक कर तैयार हो जाती हैं। इस किस्म की मूंगफली का बाहरी छिलका चिकना एवं चमकीला होता हैं। इस किस्म की औसत उपज 6 से 8 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
एच.एन.जी 10 (H.N.G 10)
➢ इस किस्म के मूंगफली के फली मे दो दाने होते हैं। इस किस्म की पकने की अवधि 125 से 130 दिनों की हैं। इस किस्म की औसत उपज 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म के 1000 दानों का भार लगभग 450 ग्राम होता हैं इस किस्म मे तेल की मात्रा 40 प्रतिशत होती हैं।
मल्लिका (Mallika)
➢ इस किस्म के दाने हल्के भूरे रंग के होते हैं एवं इसकी फलियाँ दो दानों वाली और मोटी होती हैं। इस किस्म के 100 ग्राम दानों का भार लगभग 73 ग्राम होता हैं इसके दानों मे तेल की मात्रा 48 प्रतिशत पाई जाती हैं। यह मूंगफली की किस्म 125 से 130 दिनों मे पककर तैयार हो जाता हैं। इस किस्म की औसत उपज 6 से 7 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
आर.जी 425 (R.G 425)
➢ यह मूंगफली की किस्म 125 से 130 दिनों मे पककर तैयार होने वाली हैं यह किस्म कॉलर रॉट रोधी हैं। इस किस्म के दानों का रंग हल्का गुलाबी एवं सफेद होता हैं।
एच.एन.जी 123 (H.N.G 123)
➢ यह मूंगफली के 124 दिनों मे पककर तैयार होने वाली किस्म हैं इस किस्म की फलिया मध्यम आकार की एवं 2 दानों वाली होती हैं दाने का रंग लाल बैगनी की तरह होता हैं। इसके 100 दानों का भार लगभग 54 ग्राम होता हैं। इसके दानों मे 49 प्रतिशत तक की तेल की मात्रा पाई जाती हैं। यह किस्म मूंगफली के पीलेपन की बीमारी के प्रति सहनशील हैं इस किस्म की औसत उपज 6 से 7 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
एच.एन.जी 69 (H.N.G 69)
➢ इस किस्म के दाने मध्यम आकार के एवं हल्के भूरे रंग के होते हैं यह किस्म 120 से 125 दिनों मे पककर तैयार हो जाता हैं। इस किस्म की 100 दानों का भार लगभग 51 ग्राम होता हैं इसके दानों मे 50 प्रतिशत तेल की मात्रा पाई जाती हैं। इस किस्म की औसत उपज 6 से 7 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
गिरनार 2 (Girnar 2)
➢ गिरनार 2 मूंगफली की ऐसी किस्म हैं जो दोमट मिट्टी के लिए भी उपयुक्त हैं यह किस्म 125 से 130 दिनों मे पककर तैयार हो जाता हैं। इसके 100 दानों का भार लगभग 50 ग्राम होता हैं इस किस्म की औसत उपज 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं।
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एम 13 (M 13)
➢ यह मूंगफली की किस्म 150 से 155 दिनों मे तैयार होती हैं इसकी फलियां बङी एवं दाने भी बङे होते हैं। इस किस्म के 1000 दानों का भार लगभग 780 ग्राम होता हैं इसके दानों मे तेल की 48 प्रतिशत मात्रा पाई जाती है। इस किस्म की औसत उपज 5.5 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
चंद्रा (Chandra)
➢ इस किस्म के प्रत्येक फली मे 1 से 3 दाने पाए जाते हैं और फलिया भरी हुई होती हैं। इस किस्म के 1000 दानों का भार लगभग 860 ग्राम होता हैं। इसके दानों मे तेल की मात्रा 48 प्रतिशत पाई जाती हैं। इस किस्म की औसत उपज 6 से 7 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
टी.बी.जी 39 (T.B.G 39)
➢ इस किस्म की फली मे दो दाने पाए जाते हैं और ये दाने मोटे होते हैं इसकी 1000 दानों का भार लगभग 660 ग्राम होता हैं। इस किस्म की औसत उपज 8 क्विंटल प्रति बीघा की हैं।
प्रकाश (Prakash)
➢ इस किस्म की फली मे दो दाने पाए जाते हैं इस किस्म के पौधा 20 से 25 सेंटीमीटर ऊँचा होता हैं इस किस्म की पकने की अवधि 115 से 120 दिनों की हैं इस किस्म की औसत उपज 22 से 23 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं।
आर.जी 382 (R.G 382)
➢ यह मूंगफली के फैलने वाली किस्म हैं जिसके दाने बङे आकार के होते हैं इस किस्म की पकने की अवधि 115 से 120 दिनों की हैं। इस किस्म की औसत उपज 18 से 22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं।
ए.के 12-14 (A.K 12-14)
➢ यह मूंगफली के गुच्छेदार (Bunch Type Variety of Groundnut) वाली किस्म हैं इसकी औसत उपज 15 से 17 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म की पकने की अवधि 100 से 105 दिनों की हैं। इस किस्म की बुआई के लिए एक हेक्टेयर मे 75 से 80 किलोग्राम मूंगफली के बीज की आवश्यकता होती हैं।
बिरसा बोल्ड 1 (Birsa Bold 1)
➢ यह मूंगफली के फैलने वाली किस्म हैं इसकी औसत उपज 22 से 24 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म की पकने की अवधि 112 से 120 दिनों की हैं। यह मूंगफली की मध्यम अगेती किस्म हैं। इस किस्म की बुआई के लिए एक हेक्टेयर मे 120 से 125 किलोग्राम मूंगफली के बीज की आवश्यकता होती हैं।
के 6 (K 6) (कादिरी)
➢ यह मूंगफली के गुच्छेदार वाली किस्म हैं इसकी औसत उपज 18 से 24 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म की पकने की अवधि 100 से 105 दिनों की हैं। यह मूंगफली के अगेती किस्म हैं। इस किस्म की बुआई के लिए एक हेक्टेयर मे 75 से 80 किलोग्राम मूंगफली के बीज की आवश्यकता होती हैं।
स्पेनिश (Spanish)
➢ यह मूंगफली के गुच्छेदार वाली किस्म हैं इसकी औसत उपज 15 से 17 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म की पकने की अवधि 100 से 105 दिनों की हैं। यह मूंगफली के अगेती किस्म हैं। इस किस्म की बुआई के लिए एक हेक्टेयर मे 75 से 80 किलोग्राम मूंगफली के बीज की आवश्यकता होती हैं।
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