भिंडी जिसे ओकरा या लेडीज फिंगर के भी नाम से जानते हैं भिंडी लोकप्रिये सब्जियों (okara vegetable) मे से एक हैं भिंडी गर्मी तथा खरीफ मौसम की मुख्य सब्जी फसल हैं। भिंडी कुछ लोगों को खाने मे खूब पसंद आती हैं तो कुछ लोगों को भिंडी खाना नही पसंद होता हैं। भिंडी सस्ते कीमत पर पूरे साल सब्जी बाजार मे उपलब्ध होती हैं। भिंडी से कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनाये जाते हैं जिसे लोग खूब पसंद करते हैं। भिंडी मे विटामिन ए तथा सी प्रचुर मात्रा मे पाया जाता हैं मुख्य रूप से भिंडी मे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज लवणों जैसे कैल्शियम, फस्फोरस के अतिरिक्त विटामिन ए, बी, सी, थाईमीन एवं रिबोफ्लेविन भी पाया जाता हैं। भिंडी मे आयोडिन की अधिकता पाई जाती हैं।
हमारे देश मे भिंडी की खेती (Bhindi Variety) व्यवसायिक तौर पर भी की जा रही हैं कई किसान ऐसे है जो भिंडी की व्यवसायिक खेती करके अच्छे मुनाफे कमा रहे हैं। इसकी खेती से कम लागत मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता हैं। हमारे देश के कृषि वैज्ञानिकों ने भिंडी के कई ऐसे किस्में विकसित किए हैं जिनकी उपज क्षमता तो अच्छी हैं ही साथ यह किस्में कई रोगों एवं कीट-पतंगों का प्रतिरोधी भी हैं। भिंडी की खेती करने के लिए ऐसी किस्मों को काफी अच्छा माना जाता हैं जो उपज मे अच्छी और वो रोग प्रतिरोधी भी हो।
भिंडी की खेती करने से पहले भिंडी की किस्मों (Lady Finger ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. क्योंकि भिंडी की कई ऐसी किस्में है जिनकी अलग-अलग पैदावार और विशेषता होती है। भिंडी की उन्नत किस्मों का चुनाव क्षेत्रीय अनुकूलता और बीजाई के समय को ध्यान में रखकर किसानों को करना चाहिए, ताकि इनकी उत्पादन क्षमता का लाभ लिया जा सके। अगर किसान भिंडी की सही किस्मों का चुनाव करें तो उन्हें अच्छी पैदावार (High Yield Okra ki veriety) के साथ अच्छा मुनाफ़ा हो सकता है। नीचे के सारणी मे भिंडी की कुछ किस्मों के साथ उसकी पैदावार और विशेषता की जानकारी दी गई है तो आइये विस्तार से जानते है कि भिंडी की खेती के लिए कौन-कौन से किस्मे है और इन किस्मों की क्या खासियत है।
Page Contents
भिंडी के किस्म (Bhindi Variety in hindi)
पूसा मखमली (Pusa Makhmali) | पूसा सावनी (Pusa Sawani) |
पंजाब पदमिनी (Punjab Padmini) | प्रभनी क्रान्ति (Prabhani Kranti) |
हरभजन भिंडी (Harbhajan Bhindi) | हिसार उन्नत (Hisar Unnat) |
आजाद क्रान्ति (Azad kranti) | आजाद गंगा (Azad Ganga) |
आजाद ओकरा 3 (Azad okra 3) | काशी लालिमा (Kashi Lalima) |
अर्का अभय (Arka Abhay) | पूसा ए 4 (Pusa A 4) |
अर्का अनामिका (Arka Anamika) | पंजाब 7 (Punjab 7) |
वर्षा उपहार (Warsha uphar) | वी.आर.ओ. 6 |
वी.आर.ओ. 3 | वी.आर.ओ. 4 |
उत्कल गौरव (Utkal Gaurav) | परकिंस लॉंग ग्रीन (Perkins Long Green) |
काशी चमन (Kashi Chaman) | पंजाब 8 (Punjab 8) |
काशी सृष्टि (Kashi Srishti) | काशी वरदान (Kashi Vardaan) |
फुले उत्कर्ष (Phule Utkarsha ) | कीर्ति (Kirti) |
फुले विमुक्ता (Phule Vimukta) |
Okra Variety
भिंडी की किस्मों की विशेषताएं और पैदावार (Characteristics and yield of ladyfinger varieties)
प्रभनी क्रान्ति (Prabhani Kranti)
➢ यह भिंडी की किस्म (okra varieties) येलोवेन मोसैक वाइरस प्रतिरोधी हैं इसके फल रोम रहित मुलायम गहरे हरे होते हैं एवं इसके फल 15 से 18 सेंटीमीटर लंबे होते हैं। इस किस्म की पैदावार 9 से 12 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। इस किस्म मे फल बुआई के लगभग 50 दिन बाद आना शुरू हो जाता हैं।
पंजाब 7 (Punjab 7)
➢ यह भिंडी की किस्म पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकशीत की गई हैं यह किस्म पीतरोग रोधी हैं इसके फल मध्यम एवं हरे रंग के होते हैं। इस किस्म मे बुआई के लगभग 55 दिन बाद फल आने शुरू हो जाते हैं। इस किस्म की पैदावार 8 से 12 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
हिसार उन्नत (Hisar Unnat)
➢ यह भिंडी की किस्म चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकशीत की गई हैं इस किस्म को वर्षा तथा गर्मियों के सीजन मे भी उगाया जा सकता हैं। इसके फल लंबे एवं हरे रंग के आकर्षक होते हैं। इस किस्म की पैदावार 12 से 13 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
वी.आर.ओ. 6
➢ यह भिंडी की किस्म भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा विकशीत की गई हैं इस भिंडी के किस्म को काशी प्रगति के नाम से भी जाना जाता हैं। इस किस्म की पैदावार 12 से 13 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग रोधी हैं।
काशी चमन (Kashi Chaman)
➢ इस किस्म के पौधे मध्यम लंबाई के होते हैं इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं एवं फलों की लंबाई 11 से 14 सेंटीमीटर की होती हैं। यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग रोधी हैं। यह किस्म गर्मी और बरसात दोनों मौसम के लिए उपयुक्त। इस किस्म की पैदावार 15 से 16 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। यह भिंडी की किस्म (okra variety) भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा विकशीत की गई हैं।
काशी सृष्टि (Kashi Srishti)
➢ यह भिंडी की किस्म भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा विकशीत की गई हैं यह भिंडी की अच्छी उपज देने वाली किस्म हैं। इसके फल की लंबाई मध्यम एवं फल गहरे हरे रंग के होते हैं। यह किस्म ग्रीष्म एवं ख़रीफ़ दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त। इस किस्म की पैदावार 18 से 19 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
काशी लालिमा (Kashi Lalima)
➢ यह भिंडी की किस्म भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा विकशीत की गई हैं इसके फल बैगनी लाल रंग के होते हैं। यह किस्म ग्रीष्म एवं ख़रीफ़ दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त। इस किस्म की पैदावार 14 से 15 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
काशी वरदान (Kashi Vardaan)
➢ यह भिंडी की किस्म भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा विकशीत की गई हैं इसके फल मध्यम गहरे हरे रंग के होते हैं। यह किस्म ग्रीष्म एवं ख़रीफ़ दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त। इस किस्म की पैदावार 14 से 15 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
पूसा सावनी (Pusa Sawani)
➢ यह किस्म गर्मी और वर्षा दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त हैं इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं। इस किस्म की पैदावार 10 से 14 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
हरभजन भिंडी (Harbhajan Bhindi)
➢ यह किस्म गर्मी और वर्षा दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त हैं इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं। इस किस्म की पैदावार 9 से 10 टन प्रति हेक्टेयर की हैं। यह किस्म पीली मौजेक के रोग से प्रभावित नही होती हैं।
पूसा ए 4 (Pusa A 4)
➢ यह भिंडी की किस्म भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा विकशीत की गई हैं इसके फल मध्यम आकार के होते हैं। यह किस्म ग्रीष्म एवं ख़रीफ़ दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त। इसकी औसत पैदावार ग्रीष्म मे 10 टन एवं खरीफ मे 15 टन प्रति हेक्टेयर तक की हैं। यह किस्म एफीड तथा जैसिड के प्रति सहनशील हैं।
अर्का अभय (Arka Abhay)
➢ इस किस्म के पौधे (bhindi plant) सीधे तथा अच्छे शाखा युक्त होते हैं। यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग रोधी हैं। यह भिंडी की किस्म भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बैगलोर द्वारा विकशीत की गई हैं।
अर्का अनामिका (Arka Anamika)
➢ इस किस्म के पौधे सीधे तथा अच्छे शाखा युक्त होते हैं। यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग रोधी हैं। यह भिंडी की किस्म भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बैगलोर द्वारा विकशीत की गई हैं। यह किस्म दोनों मौसमों के लिए उपयुक्त। इस किस्म (ladies finger varieties) की पैदावार 12 से 15 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
वर्षा उपहार (Warsha uphar)
➢ यह भिंडी की किस्म चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकशीत की गई हैं इसके पौधे मध्यम ऊंचाई के होते हैं। इस किस्म की पैदावार 9 से 10 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
पूसा मखमली (Pusa Makhmali)
➢ यह भिंडी की अधिक उत्पादन देने वाली किस्म (Bhindi variety) हैं यह किस्म येलोवेन मोजेक वाइरस प्रतिरोधी किस्म हैं। इसके फल गहरे हरे रंग के होते हैं इस किस्म की पैदावार 9 से 11 टन प्रति हेक्टेयर की हैं।
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